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रविवार, 11 मई, 2025
होमदेशजम्मू के नगरोटा में ड्रोन की हलचल के बीच फायरिंग, सेना का जवान घायल

जम्मू के नगरोटा में ड्रोन की हलचल के बीच फायरिंग, सेना का जवान घायल

सूत्रों ने फिदायीन हमले या सेना के जवानों का सिर कलम करने की घटना से साफ इनकार किया है. बताया जा रहा है कि संतरी ने संदिग्ध हरकत देखी और गोली चला दी.

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नई दिल्ली: जम्मू के नगरोटा में शनिवार शाम को एक संतरी चौकी पर एक अज्ञात हमलावर के साथ हुई गोलीबारी में एक सैन्यकर्मी घायल हो गया. दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार, कई स्थानों पर ड्रोन मंडराने के कारण मची अफरा-तफरी के बीच संतरी ने गोलीबारी की.

सुरक्षा प्रतिष्ठान के एक सूत्र ने बताया, “संतरी ने संदिग्ध हरकत देखी और गोलीबारी शुरू कर दी. दो राउंड की संक्षिप्त गोलीबारी हुई, जिसके बाद संदिग्ध आतंकवादी भाग गए.” उन्होंने बताया कि घायल कर्मी को अस्पताल ले जाया गया और वह खतरे से बाहर है.

सूत्रों ने मीडिया में आई उन खबरों को सिरे से नकार दिया, जिनमें सेना के जवानों के सिर कलम करने या फिदायीन हमला करने की बात कही गई थी. एक सूत्र ने बताया, “यह फिदायीन हमला नहीं था और सिर कलम करने की कोई घटना नहीं हुई, जैसा कि कुछ मीडिया आउटलेट्स में बताया जा रहा है. घायल व्यक्ति की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर है.” शनिवार शाम को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया गया कि सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों ने नगरोटा में सिर कलम करने की घटना को अंजाम दिया है. इसमें एक पूर्व ब्रिगेडियर का पोस्ट भी शामिल है. इसी तरह, समाचार एजेंसी एएनआई ने शुरू में एक्स पर “नगरोटा में आतंकवादी हमले” के बारे में पोस्ट किया, लेकिन बाद में पोस्ट हटा दिया.

जम्मू और कश्मीर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर औपचारिक जांच शुरू कर दी है.

भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को संघर्ष विराम समझौते के लागू होने के चार घंटे से भी कम समय में, जम्मू और कश्मीर, पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों में ड्रोन देखे गए और विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई. हालांकि, अब स्थिति शांत बताई जा रही है, इन सीमावर्ती राज्यों के कुछ हिस्सों में ब्लैकआउट प्रतिबंधों में ढील दी गई है.

संघर्ष विराम की घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने की थी और पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) और भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री दोनों ने इसकी पुष्टि की थी. यह समझौता दिन में पहले दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच बातचीत के बाद हुआ था.

देर रात मीडिया ब्रीफिंग में, मिस्री ने कहा कि “दोनों देशों के बीच बनी सहमति का बार-बार उल्लंघन हुआ है”, इसे “विश्वास का उल्लंघन” कहा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय सशस्त्र बल इन उल्लंघनों का समुचित जवाब दे रहे हैं और उन्होंने पाकिस्तान से उचित कदम उठाने और स्थिति को जिम्मेदारी से संभालने का आग्रह किया.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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