नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 17 इलाके में झुग्गीवासियों ने आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची दमकल टीम पर पथराव किया था। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
रविवार को रोहिणी में एक झुग्गी बस्ती में लगी भीषण आग में 800 से अधिक झुग्गियां राख हो गई थीं और दो बच्चों की मौत हो गई थी।
सूत्रों ने बताया, ‘‘हां, जब हमारी टीम मौके पर पहुंचीं, तो उसी इलाके के कुछ लोगों ने दमकलकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे आग बुझाने में और भी चुनौती उत्पन्न हो गयी।’’
आग में अपने करीबी को खोने वाले झुग्गी निवासी के अनुसार, दमकलकर्मी पहली कॉल के करीब 40 मिनट बाद मौके पर पहुंचे । उन्होंने कहा कि झुग्गी को पूरी तरह से राख कर देने के लिए इतना समय काफी था।
आग में मारे गए आलम (2.5 वर्ष) के मामा 52 वर्षीय जोसन ने बताया, ‘‘उन्हें वहां पहुंचने में करीब 40 मिनट लगे। तब तक हम सब कुछ खो चुके थे।’’
जोसन ने बताया कि वहां उन्होंने कोई पथराव नहीं देखा।
सूत्रों ने बताया कि दमकलकर्मियों को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए भारी यातायात और संकरी गलियों से गुजरना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे दमकलकर्मी किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं। लेकिन कभी-कभी उन्हें जमीन पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आग बुझाना सबसे चुनौतीपूर्ण कामों में से एक है, क्योंकि इसमें घायल होने या जान गंवाने का जोखिम बहुत अधिक होता है। हम बस सहयोग चाहते हैं।’’
दिल्ली दमकल विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को माना कि झुग्गियों के आसपास की इमारतों के कारण दमकलकर्मियों को घटनास्थल पर पहुंचने में मुश्किल हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रभावित क्षेत्र के सामने चारदीवारी वाला एक परिसर है, जिससे वहां पहुंचना बेहद मुश्किल था। दमकल गाड़ियों को एक के पीछे एक खड़ा करना पड़ा और अभियान में देरी हुई।’’
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने झुग्गीवासियों के प्रति संवेदना व्यक्त की और सरकार की ओर से मदद का आश्वासन दिया।
इस साल एक जनवरी से 28 अप्रैल के बीच दमकल विभाग को आग से संबंधित 6,626 कॉल प्राप्त हुईं जो 2024 की तुलना में 14.8 प्रतिशत अधिक है। इसी अवधि में पिछले साल आग से संबंधित 5,772 कॉल प्राप्त हुई थीं।
भाषा रंजन अविनाश
अविनाश
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