नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के गोदावरी छात्रावास में आग लग गई। इस घटना में हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) द्वारा साझा किए गए वीडियो में एक विद्युत उपकरण से आग की लपटें और धुआं निकलता दिखता है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) ने बताया कि शुक्रवार रात एक वातानुकूलन इकाई में आग लग गई।
डीएफएस के एक अधिकारी ने कहा, “हमें रात 10 बजकर 18 मिनट पर सूचना मिली थी। यह विद्युत उपकरण में लगी मामूली आग थी। दमकल की एक गाड़ी को मौके पर भेजा गया और आग बुझाने में 15 मिनट लगे।”
जेएनयू की कुलपति शांतिश्री धुलीपुडी पंडित ने बताया कि आग पर तुरंत काबू पा लिया गया।
उन्होंने कहा, “मैं सुबह गोदावरी छात्रावास गई थी। ‘वेस्ट विंग’ की तीसरी मंजिल पर शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे लगी आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। ‘वायरमैन’ और बिजली विभाग के कर्मचारी मौजूद थे। आग लगने का कारण विद्यार्थियों द्वारा हीटर का इस्तेमाल किए जाने से ओवरलोड की स्थिति को बताया गया। कोई हताहत नहीं हुआ है और स्थिति नियंत्रण में है।”
जेएनयूएसयू अध्यक्ष धनंजय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इस घटना के लिए छात्रावास में ‘खराब सुरक्षा उपायों’ को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “जेएनयू प्रशासन और कुलपति ने जेएनयू के विद्यार्थियों को मौत के मुंह में धकेल दिया है। गोदावरी छात्रावास में लगी आग इसका सबूत है।”
धनंजय ने कहा, “जेएनयूएसयू ने प्रशासन के समक्ष छात्रावासों की सुरक्षा और जीर्णोद्धार के बारे में बार-बार चिंता जताई है लेकिन जवाब हमेशा यही मिलता रहा है कि सरकार धन मुहैया नहीं करा रही है। आरएसएस (राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ) समर्थित प्रशासन और सरकार ने जेएनयू को बदहाली की ओर धकेल दिया है।”
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
नेत्रपाल
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