देहरादून, नौ अगस्त (भाषा) सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर धराली आपदा को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट साझा करने के आरोप में चार व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि इन पोस्ट का उद्देश्य कथित तौर पर सामुदायिक वैमनस्य फैलाना था।
उपनिरीक्षक विक्की टम्टा ने बताया कि मामले के संबंध में शुक्रवार को कोतवाली पुलिस थाने में चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
टम्टा ने बताया कि आरोपियों में से एक ने धराली की बाढ़ से पहले और बाद की दो तस्वीरें अपने फेसबुक अकाउंट पर अपलोड कीं और लिखा, ‘‘धराली गांव में आपदा… प्रकृति का बुलडोजर।’’
उन्होंने कहा कि अन्य लोगों ने पोस्ट के जवाब में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से भड़काऊ टिप्पणियां लिखीं।
पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, उनमें से एक ने लिखा, ‘मस्जिदों, मजारों और मदरसों को तोड़ना बंद करो।’
एक अन्य ने लिखा, ‘यह वही जगह है जहां मुसलमानों के घर तोड़े जाते हैं।’
टम्टा ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि धराली में हुई आपदा के बारे में लोगों को गुमराह करने के लिए बिना सत्यापन के सोशल मीडिया मंच पर फर्जी खबरें अपलोड करने या सामग्री साझा करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भाषा अमित पवनेश
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