नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें कोरोना वायरस से मिलकर लड़ना होगा, सबको चौकन्ना रहने की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने सभी मेहमानों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि डब्लूएचओ ने कोरोना को महामारी घोषित किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सबको मिलकर लड़ना है, घबराने की जरूरत नहीं है. विकासशील देशों के सामने बड़ी चुनौती है.
उन्होंने कहा, हमें लोगों में जागरूकता फ़ैलाने की जरूरत है. मेडिकल फील्ड में काम करने वाले लोगों को सावधानी बरतने के लिए बताया जा रहा है. हमने सभी तरह की मदद की है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 पर दक्षेस देशों के नेताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद में कहा कि एक-एक करके उठाये गए हमारे कदमों से अफरातफरी से बचने में मदद मिली, संवेदनशील समूहों तक पहुंचने के लिये विशेष कदम उठाये.
मोदी ने कहा, हमने बाहर रह रहे भारतीयों के मदद के लिए काम किया है. 1400 भारतीयों को अलग-अलग देशों से लाने का काम किया है. उन्होंने कहा विदेशों में तैनात मोबाइल टीम काम कर रही है.
Maldives President Ibrahim Mohamed Solih at video conference of all SAARC member countries,over #COVID19: The Maldives is fortunate to have received general assistance from India and I convey my Government's appreciation to Mr Modi and people of India. pic.twitter.com/vUSZaJmJUs
— ANI (@ANI) March 15, 2020
मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह ने कहा, मैं मोदी और भारत के लोगों की सरकार की सराहना करता हूं.
Sheikh Hasina, Prime Minister of Bangladesh: I thank PM Modi for taking this initiative. I also thank him for bringing and hosting 23 of our students from Wuhan (China) along with Indian students. #COVID19 pic.twitter.com/v9CzYS5H50
— ANI (@ANI) March 15, 2020
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, ‘मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने यह पहल की. भारतीय छात्रों के साथ वुहान (चीन) से हमारे 23 छात्रों को लाने लिए भी उन्हें धन्यवाद देती हूं.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कोरोना वायरस की समस्या से निपटने के लिए टेली-मेडिसिन का एक साझा नेटवर्क बनाने का प्रस्ताव दिया. वहीं, श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने कहा, दक्षेस नेताओं को कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न समस्याओं का सामना करने के उद्देश्य से हमारी अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक तंत्र बनाना चाहिए. कोरोना वायरस से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए मैं दक्षेस मंत्रिस्तरीय समूह के गठन का प्रस्ताव करता हूं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य मामलों पर विशेष सहायक जफर मिर्जा ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये कोई भी देश मुंह नहीं मोड़ सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करनी चाहिये और सबसे खराब के लिये तैयार रहना चाहिये.
दक्षेस देशों के साथ वीडियो कांफ्रेंस संवाद में पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिये जम्मू कश्मीर में सभी तरह की पाबंदी को हटा लेना चाहिए.
नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने कहा, हमारा सामूहिक प्रयास कोरोना वायरस से निपटने में दक्षेस क्षेत्र में ठोस रणनीति तैयार करने में मदद करेगा.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)