नई दिल्ली : भारत में कोविड-19 से लड़ाई में विदेश मदद मिलनी जारी है. मंगलवार को कुवैत, यूएई यूके, अमेरिका से मेडिकल सप्लाई देश में पहुंची हैं.
Today, a ship departs from Al-Shuaiba Port for India carrying 3 tanks, each with a capacity of 25 metric tons, with a total of 75 metric tons and 1000 gas cylinders with a capacity of 40 liters and other relief material: Kuwait's Ambassador to India
— ANI (@ANI) May 4, 2021
कुवैत से आई फ्लाइट में 282 सिलेंडर, 60 ऑक्सीजन कंंसेंट्रेटर्स, वेंटिलेटर्स और बाकी मेडिकल सप्लाई भारत पहुंची हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि आपसी दोस्ती को हम गहरा कर रहे हैं. 282 ऑक्सीजन सिलेंड्रस, 60 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, वेंटिलेटर्स और बाकी अन्य मेडिकल सप्लाइज भेजने के लिए जो कि आज भारत पहुंची हैं, के लिए कुवैत को धन्यवाद.
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5th in a series of consignments carrying medical equipment arrives from the US. This one carrying 545 oxygen concentrators. Appreciate the support from ??. pic.twitter.com/nNbx4o9yEI— Arindam Bagchi (@MEAIndia) May 4, 2021
एमईए के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट किया है कि अमेरिका से खेपों की 5वीं श्रृंखला भारत पहुंची है. जिसमें एक में 545 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स हैं.
भारत की मदद यूके भी कर रहा है. यूनाइटेड किंगडम से 450 ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर भारतीय वायुसेना का विमान सुबह तमिलनाडु के चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचा. जिसकी क्षमता 46.6 लीटर की है. एमईए प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यूके के प्रति आभार जताया है.
एमईए प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि भारत मदद की पहली खेप यूएई से आई है. भारत ने यूएई की मदद को महत्वपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि यह मदद ऑक्सीजन की कमी को दूर करेगा.
दूसरी तरफ अमेरिका रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि कोविड-19 चिकित्सीय सामान की अंंतिम 2 फ्लाइट्स को भारत में पहुंचने में देरी होगी, कम से कम बुधवार तक. अमेरिका के ट्रांसपोर्ट कमांड ने कहा कि देरी की वजह मेंटिनेंस की समस्या है.