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Friday, 22 November, 2024
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कोरोनावायरस पर ऑनलाइन कोर्स के जरिए ‘बचाव और जागरुकता’ सिखाएगा फिक्की

भारत में कोरोनावायरस स्टेज टू में है और इस बीमारी से जुड़े ट्रेन्ड मैनपावर की भारी कमी है.

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नई दिल्ली: भारत में कोरोनावायरस पर एक सर्टिफिकेट कोर्स लॉन्च किया गया है. ये अपनी तरह का संभवत: पहला कोर्स है. इस कोर्स को फ़िक्की ने लॉन्च किया है.

इस कोर्स का नाम ‘कोविड-19 सर्टिफिकेट ऑन अवेयरनेस और मैनेजमेंट’ है. वेबसाइट के मुताबिक़ अब तक इससे 20,318 छात्र जुड़ चुके हैं. कोर्स से जुड़ी जानकारी में लिखा है, ‘कोरोनावायरस एक बड़े वायरस परिवार का हिस्सा है और लोगों को बीमार कर रहा है.’

आपको बता दें कि भारत में कोरोना स्टेज टू में है और इस बीमारी से जुड़े ट्रेन्ड मैनपॉवर की भारी कमी है. आने वाले समय में इसके स्टेज थ्री और फ़ोर में प्रवेश करने की आशंका है. यहां तक कि इस बीमारी से संक्रमितों का इलाज कर रहे डॉक्टर भी संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में यह कहा जा रहा है कि जागरूकता ही बचाव है.

ऑनलाइन कोर्स की इस तरह दी गई है जानकारी/फोटो/स्क्रीनशॉट

फिक्की के एक अधिकारी ने कहा, ‘ऐसे में ट्रेन्ड मैनपॉवर की काफ़ी ज़रूरत पड़ेगी और भविष्य में इसकी जानकारी रखने वालों को सरकार काम पर रख सकती है.’

कोई भी कर सकता है कोर्स

इस कोर्स के कुल नौ मॉड्यूल है. आपको बता दें कि कई मॉड्यूल्स को मिलाकर एक कोर्स बनाया जाता है. इस कोर्स से जुड़ी जानकारी के मुताबिक़ आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट के सहारे लॉग इन करके सभी मॉड्यूल को एक्सेस कर सकते हैं.

इसके लिए कोई फ़ीस नहीं रखी गई है और ना ही कोई समय सीमा है. ये कोर्स करने वाले पर निर्भर करता है कि वो कितनी जल्दी सभी मॉड्यूल्स को पूरा कर लेता है. नौ मॉड्यूल्स वाले इस कोर्स में आठ वीडियो हैं.

आठ वीडियो के अलावा एक पीडीएफ़, एक क्विज़ और एक आकलन से जुड़ी फाइल शामिल है. अंत में छात्र को फ़ीडबैक के साथ सर्टिफिकेट दिया जाएगा. वीडियो के सहारे कोरोनावायरस का इंट्रोडक्शन, स्ट्रक्चर और ये कैसे फैलता है जैसी बातें बताई जाएंगी.

कोर्स से जुड़ी जानकारी पर फिक्की के अधिकारी ने बताया, ‘इस कोर्स की कोई समयावधि नहीं है. नौ मॉड्यूल हैं. जितनी जल्दी पूरा कर लें, कोर्स पूरा हो जाएगा.’

हेल्थ सेक्टर से जुड़े इस कार्यक्रम के लिए जरूरी नहीं है कि कोर्स करने वाला साइंस बैकग्राउंड का ही हो. किसी भी स्ट्रीम से पढ़ाई करने वाला इस कोर्स को कर सकता है. यहां सबकुछ ऑनलाइन ही सिखाया जाता है, कोई प्रैक्टिल ट्रेनिंग नहीं कराई जाती है.

नवीनतम जानकारी के अनुसार भारत में इस समय कोविड-19 दूसरे चरण में हैं और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान  परिषद  के अनुसार देश में अभी तक इसका समुदाय में फैलाव नहीं हुआ है.

क्या करें, न करें से लेकर बचाव तक

इसके अलावा कई वीडियो क्लिनिकल प्रेजेंटेशन, कोरोना से होने वाली बीमारी कोविड-19 के इलाज, कोरोना को फैलने से जुड़ी रोकथाम और केस मैनेजमेंट से जुड़ी है. पीडीएफ़ में ये बताया जाएगा कि क्या करें और क्या ना करें.

फ़िक्की ने ये कोर्स मेडवर्सिटी के साथ शुरू किया है. मेडवर्सिटी के साइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक़ ये भारत में ऑनलाइन मेडिकल सर्टिफिकेशन करवाने वाली पहली और सबसे बड़ी संस्था है.

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