कोलंबो, 16 जून (भाषा) श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने रविवार को कहा कि भारत के साथ भूमि संपर्क स्थापित करने के प्रस्ताव पर व्यवहार्यता अध्ययन अपने अंतिम चरण में है।
क्षेत्र में विकास कार्यों का निरीक्षण करने के लिए उत्तर-पूर्वी जिले मन्नार की यात्रा पर पहुंचे विक्रमसिंघे ने कहा कि व्यवहार्यता अध्ययन का प्रारंभिक कार्य पूरा हो चुका है और अंतिम चरण जल्द ही पूरा हो जाएगा।
इस प्रस्ताव और दोनों देशों के बीच पावर ग्रिड कनेक्शन की संभावना पर इस सप्ताह विदेश मंत्री एस. जयशंकर की श्रीलंका यात्रा के दौरान चर्चा होने की संभावना है।
विक्रमसिंघे ने कहा कि मंत्री की यात्रा के दौरान भारत को अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा बेचने के लिए एक वाणिज्यिक उद्यम पर भी चर्चा की जाएगी।
शनिवार को श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि जयशंकर 20 जून को कोलंबो पहुंचेंगे। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से जयशंकर की यात्रा के बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई।
यदि इसकी पुष्टि हो जाती है तो इस महीने की शुरुआत में नई सरकार में भारत के विदेश मंत्री नियुक्त होने के बाद यह जयशंकर की पहली आधिकारिक विदेश यात्रा हो सकती है।
भाषा प्रशांत रंजन
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