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Friday, 22 November, 2024
होमदेशडर, गुस्सा, विरोधी दावे -चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की 'लड़कियों के सीक्रेट वीडियो लीक' होने की कहानी

डर, गुस्सा, विरोधी दावे -चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ‘लड़कियों के सीक्रेट वीडियो लीक’ होने की कहानी

छात्रों का दावा है कि आरोपी छात्रा ने '60 वीडियो' बनाए थे, लेकिन पुलिस की मानें तो उसके फोन पर कोई वीडियो नहीं मिला है. मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है.

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चंडीगढ़: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में रविवार को माहौल तनावपूर्ण था. लड़कियों के कथित ‘सीक्रेट’ वीडियो लीक होने का विरोध करने के लिए परिसर में सैकड़ों छात्र इकट्ठा हुए थे. कैंपस में भारी पुलिस की मौजूदगी के बीच छात्रों ने नारेबाजी की. कार्रवाई और न्याय की मांग करते हुए अधिकारियों के प्रति उनका गुस्सा साफतौर पर देखा जा सकता था.

जिन वीडियो पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वे कैंपस के होस्टल में रहने वाली यूनिवर्सिटी की एक छात्रा द्वारा कथित रूप से बनाए गए थे.

कई छात्राओं ने आरोप लगाया है कि लड़की ने होस्टल में रहने वाली कई लड़कियों की, उनकी जानकारी के बिना रिकॉर्डिंग करते हुए ‘60 वीडियो’ बनाए. लेकिन पुलिस ने कहा है कि उन्हें उसके फोन पर कोई वीडियो नहीं मिला है.

दिप्रिंट से बात करते हुए मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विवेक शील सोनी ने कहा, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लड़की ने अपने फोन से कुछ वीडियो ‘डिलीट’ किए हैं. उसने शिमला में अपने बॉयफ्रेंड को सिर्फ अपना एक वीडियो भेजने की बात कबूली है.उन्होंने बताया कि कैंपस का माहौल सोशल मीडिया पर ‘दहशत’ पैदा करने वाली ‘अफवाहों’ की वजह से गरमाया हुआ है.

पुलिस ने रविवार को यूनिवर्सिटी कैंपस से एमबीए प्रथम वर्ष की छात्रा, शिमला से उसके प्रेमी और उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है. वे अब उसके फोन से डिलीट किए गए वीडियो को रिकवर करने और वीडियो किस तरह के थे, इसके बारे में पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं.

दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार छात्रा को यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया है.

पिछले दो दिनों में स्थिति तब और बिगड़ गई जब छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन और अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे मामले को ‘कमजोर’ करने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस ने रविवार रात के विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह के लाठीचार्ज के दावों को खारिज कर दिया.

यह घटना शनिवार को तब सामने आई जब कुछ छात्राओं ने होस्टल के एक कॉमन बाथिंग एरिया में लड़की को अपने फोन के साथ कुछ करते हुए देखा. वार्डन को सतर्क किया गया और यह आरोप लगाया गया कि वह कुछ वीडियो रिकॉर्ड करने की कोशिश कर रही थी.

एसएसपी सोनी ने कहा, ‘किसी ने कोई वीडियो नहीं देखा था. हॉस्टल की लड़कियां घबरा गईं और सोचा कि उसने अन्य छात्राओं के वीडियो बनाए हैं और उन्हें किसी को भेज रही हैं.’

दिप्रिंट ने रविवार को कैंपस का दौरा किया और घटना के बारे में होस्टल में रहने वाली लड़कियों और लड़कों दोनों से बात की. हालांकि सभी ने दावा किया कि ’60 वीडियो’ बनाए गए थे, लेकिन उनमें से कोई भी यह नहीं बता सका कि उन्हें कैसे और कब रिकॉर्ड किया गया था और उनमें से किसी ने भी वीडियो नहीं देखा था.

पुलिस और प्रशासन के निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद रविवार देर रात धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्र तितर-बितर हो गए. विवि ने एक सप्ताह की छुट्टी की घोषणा कर दी है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रो-चांसलर आर.एस. बावा ने दिप्रिंट से इस बात की पुष्टि की.

बावा ने बताया, ‘ज्यादातर छात्र खुद से कैंपस छोड़कर जा चुके हैं. हमने स्थिति को सामान्य करने और बाहरी प्रभाव से बचने के लिए एक सप्ताह की छुट्टी की घोषणा की है.’

हालांकि छात्रों का दावा है कि यह फैसला विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए किया गया है. इसी दौरान छात्रों ने कैंपस में होस्टल के वार्डन को बदलने की मांग भी की.

विश्वविद्यालय के एक बीटेक छात्र ने कहा, ‘कॉलेज प्रशासन और पुलिस मामले को कमजोर बनाने और कॉलेज की प्रतिष्ठा बचाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो, वार्डन बदले जाएं और विरोध कर रहे छात्रों को निलंबित न किया जाए.’

पुलिस के मुताबिक आरोपी का फोन जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.

पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सोमवार को कहा कि मामले की जांच के लिए सभी तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, ‘चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की घटना को सुनकर दुख हुआ…हमारी बेटियां हमारी शान हैं…इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं…जो भी दोषी है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी…मैं लगातार प्रशासन के संपर्क में हूं.’

सीएम ने कहा, ‘मैं आप सभी लोगों से अफवाहों से बचने की अपील करता हूं.’ मान ने रविवार को मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए.

मोहाली के खरड़ जिले के घरुआन में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना 2012 में सतनाम सिंह संधू ने की थी. संधू संस्था के चांसलर और एक प्रमुख सिख उद्यमी हैं. यहां लगभग 30,000 छात्र शिक्षा ले रहे हैं.


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‘अफवाहें’, ‘अविश्वास’

प्राइवेट यूनिवर्सिटी के छात्रों ने यह भी आरोप लगाया है कि कई छात्राओं ने इस मामले में आत्महत्या का प्रयास किया और दो लड़कियां ‘गायब हो गई हैं’. पुलिस और प्रशासन का कहना है कि शनिवार रात बीमार पड़ने के बाद केवल एक लड़की ने होस्टल छोड़ा था और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

नाम न बताने की शर्त पर कॉलेज प्रशासन के एक सीनियर स्टाफ ने कहा, ‘वे (छात्र) कह रहे हैं कि आठ लड़कियों ने आत्महत्या का प्रयास किया, कई लापता हैं. अगर ऐसा होता तो क्या उनके माता-पिता ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं कराई होती?’

घटना को ‘शर्मनाक’ बताते हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा, ‘पंजाब सरकार न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. हम सब आपके साथ हैं और न्याय होगा.’

सोमवार को मीडिया से बात करते हुए सांसद ने कहा, ‘यह एक गंभीर और संवेदनशील मुद्दा है. पंजाब सरकार छात्रों के साथ खड़ी है. हमने फोरेंसिक जांच की है और आरोपियों को हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है.

सांसद ने कहा, ‘हमने मजिस्ट्रियल जांच की और एफआईआर दर्ज की है… हम लगातार छात्रों के संपर्क में हैं, स्थिति नियंत्रण में है.’

‘वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए उसका फोन वॉशरूम के दरवाजे के नीचे खिसका दिया’

हॉस्टल की अन्य छात्राओं के अनुसार, आरोपी लड़की होस्टल की ही थी. उसे अन्य हॉस्टलर्स ने शनिवार को सातवीं मंजिल पर एक वॉशरूम में ‘पकड़ा’ था.

कानून की एक छात्रा ने अपना नाम न बताने की शर्त पर दिप्रिंट को बताया, ‘पहले ये लड़कों का होस्टल हुआ करता था और हाल ही में इसे लड़कियों के होस्टल में बदला गया था. इसलिए वॉशरूम के दरवाजों में ऊपर और नीचे थोड़ा सा गैप है. कोई भी ऊपर चढ़ सकता है या दरवाजे के नीचे से फोन स्लाइड कर सकता है. लड़कियों में से एक ने उसे (आरोपी) एक फोन को दरवाजे के नीचे से स्लाइड करते हुए और एक वीडियो रिकॉर्ड करते हुए देखा था.’

‘उसने कॉमन वॉशरूम एरिया का दरवाजा बंद कर दिया (ताकि कोई भी उसके रिकॉर्डिंग वीडियो पर चल न सके). जिन लड़कियों ने उसका सामना किया था, उन्हें कॉलेज प्रशासन अपने साथ ले गया. कोई नहीं जानता कि वे अब कहां हैं.’

छात्राओं और प्रशासन के मुताबिक, ये होस्टल प्रथम वर्ष के ग्रेजुएट और मास्टर्स की छात्राओं के लिए रिजर्वड है. यहां कोई किसी को भी अच्छी तरह से नहीं जानता है, क्योंकि इसे शुरू हुए अभी एक महीने से भी कम समय हुआ है.

छात्राओं ने छात्रावास में सुरक्षा की कमी के बारे में भी शिकायत की. उन्होंने बताया कि यहां लगभग 500 छात्राएं रहती हैं और प्रत्येक मंजिल पर चार के सेट में 12 वॉशरूम के साथ चार ब्लॉकों में बांटा गया है.

पहले उद्धृत प्रशासन के वरिष्ठ स्टाफ सदस्य ने दावा किया कि होस्टल के एंट्री गेट पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. लेकिन प्राइवेसी के चलते होस्टल के अंदर कोई कैमरा नहीं लगाया गया. स्टाफ सदस्य ने कहा कि कुछ छात्रावासों में संख्या के आधार पर पांच वार्डन हैं. और 150 गार्ड दिन-रात कैंपस में मौजूद रहते हैं.

बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा के अनुसार, ‘उसने (गिरफ्तार छात्रा) ने वीडियो में स्वीकार किया था कि उसने लड़कियों के वीडियो रिकॉर्ड किए थे. कॉलेज प्रशासन ने उसे लॉक कर दिया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. कई लड़कियों ने एक निश्चित पैटर्न देखे जाने की भी बात कही थी. उन्होंने बताया कि वह हमेशा वॉशरूम के मैन गेट को हर दिन लंबे समय तक बंद कर देती थी’.

होस्टल मैनेजर रनौत की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 सी (दृश्यता) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66ई (गोपनीयता के उल्लंघन के लिए सजा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.

एफआईआर की एक कॉपी दिप्रिंट के पास भी है. इसमें कहा गया है कि शनिवार दोपहर लगभग 3 बजे रनौत को वार्डन का फोन आया कि छात्रावास की एक लड़की वॉशरूम में ‘सीक्रेट वीडियो’ बना रही थी और अन्य छात्राओं ने इस बारे में शिकायत की है.

प्राथमिकी के अनुसार, लड़की ने पूछताछ करने पर इस तरह के किसी भी वीडियो के होने से इनकार किया. इसमें यह भी कहा गया है कि वार्डन राजविंदर कौर से बात करने के दौरान लड़की को बार-बार फोन आ रहे थे और एक नंबर से मैसेज आ रहे थे. जब कॉल को स्पीकर पर डालने के लिए कहा गया, तो यह उसका कथित प्रेमी निकला, जिसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है.

एफआईआर में कहा गया कि फिर फोन की जांच की गई और यह पाया गया कि ‘फ़ोटो और वीडियो डिलीट कर दिए गए थे’. जब वार्डन ने लड़की को फटकार लगाई, तो उसने कथित तौर पर शिमला में अपने दोस्त को वीडियो भेजने की बात कबूल कर ली और कहा कि उसे नहीं पता कि वे कहां और कैसे लीक हो गए.

‘कन्फेशन’ वीडियो

एक वीडियो, जिसमें लड़कियों की भीड़ आरोपी से पूछताछ करते हुए दिख रही है, को दिप्रिंट ने देखा है.

वीडियों में उनमें से एक को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘उसने तुम्हें फर्श से उठते हुए और वीडियो बनाते हुए देखा है.’

‘सभी ने इसे देखा है… हमें बताएं कि क्या हुआ है. तुमने दरवाजा क्यों बंद किया? पुलिस आएगी. सच बताओगी तो बात यहीं रह जाएगी.. क्या किसी लड़के ने तुमसे ऐसा करने के लिए कहा था? क्या किसी ने तुम पर दबाव डाला था? वह किस यूनिवर्सिटी में पढ़ता है? तुम्हें कुछ नहीं होगा. हमें बताओ. अगर तुम इसी तरह चुप रहीं तो वह दूसरों को भी ब्लैकमेल करेगा. हर कोई डरा हुआ है’ वीडियो में दूसरों को यह कहते हुए सुना जा सकता है.

आरोपी छात्रा विडियों में धीमे से कहती है, ‘मुझें नहीं पता. मैंने एक वीडियो बनाया और उसे तुरंत डिलीट कर दिया. मुझे ऐसा करने के लिए कहा था, लेकिन मुझे नहीं पता कि वह कौन है.’ जब उससे पूछा गया कि क्या वह दबाव में है, तो वह सिर हिलाती है और लड़के की तस्वीर दिखाती है.

वह वीडियो में आगे कहते हुए दिखती है, ‘उसने मुझसे ऐसा करने के लिए कहा … वीडियो बनाएं और उन्हें बार-बार भेजें. मैंने उससे कहा कि मैं यह नहीं करना चाहती.’

एक अन्य वीडियो में कौर को सार्वजनिक रूप से लड़की को फटकारते और यहां तक कि उसे पीटने की धमकी देते हुए देखा जा सकता है.

‘उसे नंगा करो और उसका वीडियो भेजो … बेशर्म. तुम्हें वीडियो बनाने के लिए किसने कहा? हम उसे सस्पेंड कर देंगे… क्या इन लड़कियों की कोई इज्जत नहीं है? तुम यही गंदी बात करती हो, तुम्हें ऐसा करने के लिए किसने कहा? किस बात ने तुम्हें उससे इतना डरा दिया कि तुम उसके कहने पर ऐसा कर रही हो? तुम उन्हें उसके पास क्यों भेजती हो? तुम उन्हें क्यों बनाती हो?’ कौर को कहते हुए सुना जा सकता है.

तब लड़की विनती भरी आवाज़ में कहती है ‘शिमला के एक लड़के ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा’ और फिर वह कहती है कि उसका उससे कोई संबंध नहीं है.

अन्य छात्र असमंजस में हैं. एक बीटेक छात्र ने कहा, ‘अगर उसने कुछ नहीं किया, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार क्यों किया? उसने वीडियो में ऐसा करने की बात क्यों कबूली है.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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