scorecardresearch
Monday, 3 March, 2025
होमदेशबिहार में किसानों को सौर ऊर्जा से मिलेगी बिजली, सरकार ने तेज किया सोलराइजेशन अभियान

बिहार में किसानों को सौर ऊर्जा से मिलेगी बिजली, सरकार ने तेज किया सोलराइजेशन अभियान

प्रदेश में लगभग 3000 कृषि फीडरों की आवश्यकता है, जिनमें से अब तक 2500 तैयार हो चुके हैं. शेष फीडरों को जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

Text Size:

नई दिल्ली: बिहार सरकार ने राज्य के किसानों को डेडीकेटेड फीडर के माध्यम से बिजली उपलब्ध कराने की योजना को और आगे बढ़ाते हुए अब इसे सौर ऊर्जा से जोड़ने का निर्णय लिया है. इस योजना के तीसरे चरण में 1200 मेगावाट बिजली सौर ऊर्जा संयंत्रों के माध्यम से फीडरों को ऊर्जान्वित किया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे राज्य के लिए ‘असली ऊर्जा’ बताते हुए इसके विकास के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.

वर्तमान में किसानों को डेडीकेटेड फीडर से जो बिजली मिल रही है, वह थर्मल पावर प्लांट से खरीदी जाती है, जो काफी महंगी पड़ती है. इसे देखते हुए सरकार अब अक्षय ऊर्जा के माध्यम से बिजली देने का विकल्प तलाश रही है. ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि सौर ऊर्जा की मदद से कृषि फीडरों को बिजली देने से किसानों को निर्बाध आपूर्ति मिलेगी और बिजली दर पर दी जा रही सब्सिडी में भी कमी आएगी.

जून 2025 तक सभी किसानों को मिलेगा कृषि कनेक्शन

प्रदेश में लगभग 3000 कृषि फीडरों की आवश्यकता है, जिनमें से अब तक 2500 तैयार हो चुके हैं. शेष फीडरों को जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. राज्य में अब तक 5.55 लाख किसानों को मुख्यमंत्री कृषि पंप विद्युत कनेक्शन योजना के तहत बिजली कनेक्शन दिया जा चुका है, जबकि शेष किसानों को इस साल के अंत तक कनेक्शन मिल जाएगा.

राज्य में कुल 8000 मेगावाट बिजली की खपत होती है, जिसमें से 1150 मेगावाट बिजली सिंचाई के लिए किसानों को दी जाती है. वर्तमान में यह बिजली 6.74 रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीदी जाती है और किसानों को मात्र 0.55 रुपए प्रति यूनिट की दर से दी जाती है. इस पर सरकार हर साल करीब 3970 करोड़ रुपये की सब्सिडी देती है.

पहले और दूसरे चरण में हो रहा बड़ा निवेश

राज्य सरकार की इस योजना के पहले चरण में 1235 डेडीकेटेड फीडर बनाए गए हैं, जबकि दूसरे चरण में 3681 फीडरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने की तैयारी की जा रही है. अब तक 180 मेगावाट की सौर परियोजनाएं स्थापित हो चुकी हैं, जिनमें दरभंगा और सुपौल में फ्लोटिंग सोलर प्लांट भी शामिल हैं.

सरकार किसानों को बिजली बिल पर 92% से अधिक सब्सिडी दे रही है, जिससे यह डीजल की तुलना में 10 गुना सस्ती हो गई है. इस योजना से न केवल किसानों को राहत मिलेगी, बल्कि कृषि औद्योगिकीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा. अब तक 5.60 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ उठा चुके हैं.


यह भी पढ़ें: प्रकृति लम्साल की आत्महत्या के बाद KIIT यूनिवर्सिटी में नेपाल के छात्रों ने कहा — ‘माफी काफी नहीं’


share & View comments