नई दिल्ली: मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि बिलों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को आज छह महीने पूरे हो गए. किसान इस दिन को ‘काला दिवस’ के तौर पर मना रहे हैं.
इसके मद्देनज़र दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती कर दी गई है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि छह महीने हो गए लेकिन सरकार हमें सुन नहीं रही है.
उन्होंने कहा, ‘आज हम काला दिवस मना रहे हैं, 6 महीने यहां पर हो गए हैं लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है इसलिए हम काले झंडे हाथ में लिए हुए हैं. ये सब शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा. हम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं. बाहर से कोई किसान यहां नहीं आएंगे.’
We're also carrying the tricolour. It has been 6 months now, but Govt is not listening to us. So farmers are putting up black flags. It'll be done peacefully. We're following COVID protocols. Nobody is coming here. People are putting up flags wherever they are: Rakesh Tikait, BKU pic.twitter.com/2x3Yb7gJ4a
— ANI (@ANI) May 26, 2021
पंजाब के अमृतसर के गांवों में किसानों ने अपने घरों से और ट्रेक्टर से ही काले झंडे दिखाए.
केंद्र सरकार के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले वर्ष नवंबर में ये आंदोलन शूरू हुआ था. बीते महीनों में केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई भी नतीजा नहीं निकल सका है.
यह भी पढ़ें: CISF के प्रमुख सुबोध कुमार जायसवाल होंगे CBI के अगले निदेशक