अहमदाबाद, 10 जून (भाषा) गुजरात सरकार की ओर से किसानों को अपने भंडारण गोदाम बनाने के लिए सब्सिडी की पेशकश करने वाली विशेष योजना राज्य भर में कई लाभार्थियों के लिए वरदान बनकर उभरी है।
इस योजना से किसानों को अपनी फसलों को असमय वर्षा, चोरी और वन्यजीवों के आक्रमण से बचाने में मदद मिल रही है।
मुख्यमंत्री फसल भंडारण योजना के तहत किसानों को अपनी भंडारण सुविधाएं बनाने के लिए 75,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है, जिससे उन्हें लंबी अवधि तक अपनी फसलों को सुरक्षित रखने और भंडारण करने की शक्ति मिलती है।
राजकोट जिले के गोंडल तालुका के किसान दर्शन ने अपने जैसे किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला, जिसमें अपर्याप्त भंडारण विकल्पों के कारण फसल खराब होने का जोखिम और आर्थिक नुकसान शामिल है।
दर्शन ने कहा, ‘‘हमें कटी हुई फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता है, जो नष्ट हो जाती है क्योंकि हम उसका भंडारण नहीं कर सकते। ’’
राजकोट जिले के पारा पिपलिया के एक अन्य किसान विक्रमभाई ने भी इसी तरह की बात कही तथा फसल चोरी और वन्यजीवों के घुसपैठ के खतरे पर जोर देते हुए कहा कि इससे आर्थिक नुकसान बढ़ रहा है।
पहले, पर्याप्त भंडारण सुविधाओं के अभाव के कारण किसानों को कटाई के तुरंत बाद अपनी उपज को बहुत कम कीमतों पर बेचना पड़ता था, जिससे उन्हें काफी नुकसान होता था।
हालांकि, इस योजना के कार्यान्वयन से किसानों को बहुत राहत मिली है, जिससे वह अपनी उपज को सुरक्षित रूप से संग्रहित कर सकते हैं तथा उचित समय पर इसे बेच भी सकते हैं।
भाषा रवि कांत रवि कांत रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.