पीलीभीत (उप्र), 14 मई (भाषा) पीलीभीत जिले के सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र में बाघ के हमले में एक किसान की मौत हो गयी। उसका क्षत-विक्षत शव एक खेत में मिला जिसके बाद पूरे क्षेत्र में भय व्याप्त हो गया।
हरिपुर वन क्षेत्र के रेंजर शहीर अहमद ने बुधवार को बताया कि पीलीभीत बाघ अभयारण्य के पास स्थित नजीरगंज गांव में मंगलवार रात हंसराज (50) नामक किसान खेत में काम करके घर लौट रहा था और इसी बीच, बाघ ने अचानक उस पर हमला कर दिया और घसीटते हुए करीब 300 मीटर दूर तक ले गया।
उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वह, उनकी टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और शव बरामद किया जिसे मंगलवार रात लगभग एक बजे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
हंसराज के बेटे महेश कुमार ने बताया कि उसके पिता खेत में सिंचाई के लिये गये थे और उनके साथ अन्य लोग भी खेतों की तरफ निकले थे, लेकिन हंसराज साइकिल पर सवार होने की वजह से जल्दी पहुंच गये और तभी बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
महेश ने बताया कि हंसराज के काफी देर तक घर नहीं लौटने पर परिजन तथा ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरू की तो एक खेत में हंसराज का खून से सना रुमाल मिला और वे जब तलाश करते हुए करीब 300 मीटर दूर एक अन्य खेत में पहुंचे तो बाघ हंसराज के शव को खा रहा था।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने शोर मचाकर और पटाखे जलाकर बाघ को भगाया।
महेश का आरोप है कि रात में वन विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। उन्होंने कहा कि कई बार इस क्षेत्र में बाघ देखा जा चुका है और पिछले दो दिन से गांव के आसपास बाघ घूम रहा था।
उनके मुताबिक, वन विभाग से इसकी शिकायत भी की गई थी, मगर जानवर की धरपकड़ के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।
इस बीच, पूरनपुर तहसील के उप जिलाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने परिजनों से भेंट कर घटना पर दुख जताया और कहा कि सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी।
उनके मुताबिक, वन विभाग को विशेष अलर्ट रहने को कहा गया है।
भाषा सं. सलीम नोमान
नोमान
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