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Saturday, 16 November, 2024
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सोनभद्र कांड: पीड़ित परिवारवालों से मिलने के बाद प्रियंका का धरना खत्म, 10-10 लाख की मदद करेगी कांग्रेस

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए हत्याकांड के बाद वहां पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को रास्ते में रोक लिया गया था जिसके बाद से वो धरने पर बैठ गई थीं.

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए हत्याकांड में पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपना धरना खत्म कर दिया है. प्रियंका ने कहा कि मेरा उद्देश्य पूरा हो गया है, मैं सिर्फ सोनभद्र फायरिंग पीड़ितों के परिवार वालों से मिलना चाहती थी. और आज सुबह मैं उनसे मिल ली. प्रियंका ने कहा, ‘मैं अभी भी हिरासत में हूं, अब देखना है कि प्रशासन क्या कहता है.

कांग्रेस पार्टी घटना में मारे गए व्यक्ति के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देगी. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने प्रियंका गांधी के सोनभद्र हत्याकांड में मारे गए पीड़ितों पर हुई मुलाकात पर कहा है कि वहां धारा 144 लागू है. अगर आप पीड़ितों से अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मिलना चाहते हैं तो यह सही नहीं है. संवेदनशील मामलों पर राजनीति करना ठीक नहीं है, हमारी सरकार प्रदेश में शांती बहाल करने के लिए वचनबद्ध है.

सोनभद्र के जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने कहा कि गांव के हालात को देखते हुए जिले में धारा 144 लागू है, जिसकी वजह से राजनीतिक पार्टियों के लोगों और सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को आने से रोका गया है. अभी तक 29 लोगों को मामले में गिरफ्तार किया है. अग्रवाल ने लोगों से गुजारिश की है कि शांति व्यवस्था को बनाए रखने में मदद करें.

प्रियंका शुक्रवार को प्रशासन द्वारा रोक दिए जाने के बाद धरने पर बैठी थीं और वह जिद पर अड़ी थीं कि वह जबतक पीड़ित के परिवार वालों से मिल नहीं लेंगी वह धरना खत्म नहीं करेंगी. शनिवार सुबह मीडिया से चर्चा करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘मैं जब तक यहां से नहीं जाउंगी जब तक मैं सोनभद्र में मारे गए आदिवासियों के परिवार वालों से नहीं मिल लूंगी.’ प्रियंका से मिलने इस बीच दो पीड़ित परिवार की महिलाएं मिलने पहुंची. जिनमें चार महिलाएं और एक पुरुष शामिल थे. जबकि 15 लोगों को मिलने की इजाजत नहीं दी गई. प्रियंका खुद पीड़ितों की रिश्तेदारों से मिलकर भावुक हो गईं.

चुनार गेस्ट हाउस के बगीचे में पीड़ित परिवार की महिलाओं ने प्रियंका गांधी को देखते ही रोना शुरू कर दिया. इस दौरान प्रियंका भावुक हो गईं. उन्होंने महिलाओं से बातचीत की और उन्हें पानी पीने के लिए कहा.

इससे पहले प्रियंका गांधी ने एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट करके योगी सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा, ‘क्या इन आसुओं को पोंछना अपराध है?’

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने मुझे पीड़ित परिवारों से मिलने को कहा था. वो मेरे नेता हैं और उनके निर्देश पर मैं यहां आई हूं.’ प्रियंका गांधी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘योगी सरकार संवेदनहीन है. मैं पीड़ितों के आंसू पोछने आयी हूं. इसे अनावश्यक रूप से राजनीतिक रंग दिया जा रहा है.’

शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव गांधी पीड़ितों से मिलने के लिए जा रही थीं लेकिन स्थानीय प्रशासन ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया था. इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया था. प्रियंका की मांग थी कि वह पीड़ितों से ​मिले बिना वह कहीं नहीं जाएगी.

नेताओं को रास्ते में ही रोका

सोनभद्र पीड़ितों से मिलने जा रहे कांग्रेस नेता दिपेंद्रसिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक, राज बब्बर, जितिन प्रसाद और राजीव शुक्ला समेत कई नेताओं को एयरपोर्ट भी ही रोका गया.


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वहीं तृणमूल कांग्रेस के चार सदस्यीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को यूपी पुलिस ने वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर रोक दिया. यह प्रतिनिधिमंडल सोनभद्र में पीड़ितों के परिजनों से मिलने जा रहा था. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन कर रहे हैं. वहीं, टीएमसी के नेता पुलिस प्रशासन द्वारा रोके जाने पर नाराज हो कर एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए.

बसपा प्रमुख मायावती का कांग्रेस – भाजपा पर हमला

बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह साबित हो चुका है कि कानून व्यवस्था के मोर्चे पर यूपी सरकार पूरी तरह से फेल है. इस नरसंहार के लिए सरकार जिम्मेदार है.

प्रियंका के सोनभद्र जाने पर मायावती ने कहा कि देश में आए दिन आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं. इसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही ​बराबर के जिम्मेदार हैं.

गेस्ट हाउस में होती रही बार बार बिजली कटौती

चुनार किले के गेस्ट हाउस में कैद प्रियंका गांधी ने रात में उमस भरी गर्मी के बीच गेस्ट हाउस की कैंटीन का ही भोजन किया. प्रियंका को मनाने के लिए मिर्जापुर और वाराणसी मंडलों के मंडलायुक्त शनिवार देर रात वहां पहुंचे. इनके साथ एडीजी पुलिस मौजूद रहे लेकिन वार्ता बेनतीजा साबित हुई. इसके बाद शनिवार सुबह से ही प्रियंका ने कार्यकर्ताओं से गेस्ट हाउस पर ही मिलना शुरु कर दिया. प्रियंका ने रात को चुनार गेस्ट हाउस में दाल, चावल और सब्जी का ही भोजन किया.

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