नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को यूक्रेन संकट को लेकर भारत के 6 सिद्धांतों के बारे में जानकारी दी, जिसमें हिंसा को तुरंत रोकना, वार्ता को बहाल करना, डिप्लोमेसी और मानवीय सहायता शामिल हैं.
यूक्रेन संकट के बारे में राज्यसभा में एक सवाल के बारे में जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत का पक्ष 6 सिद्धांतों पर आधारित है. उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन संकट को लेकर हमारा पक्ष बिल्कुल साफ है, जो कि 6 सिद्धांतों पर आधारित है- हिंसा को तुरंत रोकना, वार्ता की बहाली और डिप्लोमेसी, यूएन चार्टर, क्षेत्रीय अंखंडता, मानवीय सहायता. भारत यूक्रेन और रूस से लगातार संपर्क में है और मानवीय सहायता भेज रहा है.’
इसके बाद रूस और चीन के बीच बेहतर होते संबंधों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को लेकर काफी जागरुक है. भारत ने दवाएं, मेडिकल इक्विपमेंट और राहत सामग्री यूक्रेन को भेजी है.
इससे पहले जयशंकर ने बताया था कि 18 देशों के 147 विदेशी नागरिक ऑपरेशन गंगा के तरह युद्धग्रस्त यूक्रेन से रेक्स्क्यू करके भारत लाया गया. ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत पर काम करते हुए इन विदेशी नागरिकों को रेस्क्यू किया गया. वे यूक्रेनी नागरिक जिनके रिश्तेदार भारत में हैं उन्हें भी रेस्क्यू किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘जैसे जैसे तनाव बढ़ा वैसे यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जिसके तहत करीब 20 हजार भारतीयों को रजिस्टर किया गया.’ इनमें से ज्यादातर भारतीय नागरिक यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गए छात्र थे.
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