चंडीगढ़, चार जुलाई (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को अपनी मंत्रिपरिषद का विस्तार किया, जिसमें आम आदमी पार्टी (आप) के पांच विधायकों ने मंत्री के रूप में शपथ ली।
इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव में जीत के उपरांत राज्य की सत्ता में आप के आने के बाद मान के नेतृत्व वाली सरकार का यह पहला मंत्रिपरिषद विस्तार है।
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सोमवार शाम यहां पंजाब राजभवन के गुरु नानक देव सभागार में विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
सुनाम से विधायक अमन अरोड़ा को छोड़कर चार अन्य पहली बार विधायक बने हैं।
सबसे पहले अरोड़ा ने शपथ ली। उनके बाद डॉ. इंद्रबीर सिंह निज्जर ने शपथ ली, जो अमृतसर दक्षिण सीट से विधायक हैं।
उनके बाद, गुरु हर सहाय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले फौजा सिंह सराय, समाना से विधायक चेतन सिंह जौरमाजरा और खरड़ से विधायक अनमोल गगन मान को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। अनमोल गगन मान दूसरी महिला हैं, जो मान के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी हैं।
इन सभी ने पंजाबी में शपथ ली।
पांच नए चेहरों में से चार विधायक मालवा क्षेत्र से और एक विधायक माझा क्षेत्र से हैं।
पांच और मंत्रियों के शामिल होने से मान के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री सहित 15 हो गई है।
विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के साथ आप की सरकार बनने के बाद मार्च में पहली बार के आठ विधायकों सहित 10 विधायकों को मंत्री के रूप में शामिल किया गया था।
हालांकि, मई में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के आरोपों में राज्य मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया गया था, जिससे राज्य सरकार में मंत्रियों की संख्या नौ रह गई थी।
पंजाब में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की अधिकतम संख्या 18 हो सकती है। आम आदमी पार्टी ने पंजाब में 117 सीट वाली विधानसभा में 92 सीट जीतकर सत्ता हासिल की थी।
पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा, ”लोगों को हमसे जो भी उम्मीदें हैं, हम उन पर खरे उतरेंगे।”
उन्होंने कहा कि सभी मंत्री ईमानदारी और पारदर्शी तरीके से काम करेंगे।
उन्होंने कहा, ”मुझे अपने मंत्रिमंडल पर गर्व है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वे उसे निभाएंगे।”
मान ने कहा कि उन पर बहुत अधिक बोझ है क्योंकि उनके पास बहुत सारे विभाग हैं।
मान ने कहा, ”हम उन्हें अच्छे विभाग देंगे।”
यह पूछे जाने पर कि विभागों का आवंटन कब किया जाएगा, मुख्यमंत्री ने कहा, ”ये कल या परसों तक दिए जाएंगे।”
सुनाम से दो बार विधायक रहे 48 वर्षीय अमन अरोड़ा ने विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार जसविंदर धीमान को 75,277 वोटों के अंतर से पराजित किया था।
मंत्री पद के लिए उनके नाम का अनुमान मार्च में भी लगाया गया था, जब मान के नेतृत्व वाली सरकार ने 10 मंत्रियों को कैबिनेट शामिल किया था, लेकिन वह उस समय मंत्री नहीं बन पाए थे।
अरोड़ा 2016 में आप में शामिल हुए थे। वह पंजाब के पूर्व मंत्री भगवान दास अरोड़ा के बेटे हैं, जिनका 2000 में निधन हो गया था।
अमृतसर दक्षिण के विधायक 66 वर्षीय डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर पेशे से रेडियोलॉजिस्ट हैं। उन्होंने राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार तलबीर सिंह गिल को 27,503 मतों के अंतर से हराया था।
मई में, निज्जर को पंजाब में स्कूल, कॉलेज, वृद्धाश्रम और अस्पताल चलाने वाले सदियों पुराने धर्मार्थ-सह-शैक्षिक निकाय प्रमुख खालसा दीवान का अध्यक्ष चुना गया था।
कुलतार सिंह संधवान के पंजाब विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने से पहले निज्जर को शुरुआत में कार्यवाहक अध्यक्ष चुना गया था।
खरड़ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाली अनमोल गगन मान (32) कैबिनेट में शामिल होने वाली दूसरी महिला हैं। पंजाबी गायक अनमोल 2020 में आप में शामिल हुई थीं और राज्य में पार्टी की युवा शाखा की सह-अध्यक्ष हैं।
उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी का चुनावी गाना ‘केजीरवाल है’ गाया था। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) उम्मीदवार रंजीत सिंह गिल को 37,885 मतों के अंतर से हराया था।
सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी फौजा सिंह सरारी फिरोजपुर में गुरु हर सहाय सीट से विधायक चुने गए थे। वह राय सिख समुदाय से हैं।
61 वर्षीय सरारी ने शिअद उम्मीदवार वरदेव सिंह को 10,574 मतों के अंतर से हराया था।
विधायक चेतन सिंह जौरामाजरा (55) ने शिअद प्रत्याशी सुरजीत सिंह रखड़ा को 39,713 मतों से हराया था।
भाषा जोहेब नरेश
नरेश
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