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Monday, 7 October, 2024
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भाजपा समर्थित सरकार में हुआ कश्मीरी पंडितों का पलायन: कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) कांग्रेस ने फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी को लेकर मंगलवार को उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भाजपा के समर्थन वाली केंद्र सरकार में कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री सिर्फ इनके घाव को हरा करके फायदा उठाना चाहते हैं।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी जी बताएं कि जब 1990 में कश्मीरी पंडित आतंक और बर्बरता के साये में पलायन को मजबूर हुए तब भाजपा के 85 सांसद, जिनके समर्थन से केंद्र की वी.पी.सिंह सरकार चल रही थी, क्या कर रहे थे? मुख्यमंत्री को हटाकर उनके बिठाए राज्यपाल ने सुरक्षा देने की बजाय पंडितों को पलायन के लिए क्यों उकसाया?’’

उन्होंने कहा, ‘‘याद करें, भाजपा समर्थित सरकार में जब कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न और पलायन हो रहा था तब राजीव गांधी जी ने संसद का घेराव किया, उनकी आवाज़ उठायी। मगर भाजपा ने इस त्रासदी को मौन समर्थन दिया, राजनीतिक फ़ायदे के लिए ‘रथ यात्रा’ निकालते रहे।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ये तब भी वैसे थे और अब भी वैसे ही हैं। आठ सालों में मोदी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए क्या किया? कश्मीर में फ़िर से हालात बद्तर हुए, हिंसा बढ़ी और हज़ारों कश्मीरियों को पलायन करना पड़ा। जब कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर सके तो “फ़िल्म” दिखाने में जुट गए? नफ़रत की खेती से फ़ायदे की फ़सल कब तक?’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘जब कश्मीरी पंडित पलायन को मजबूर थे…जब आपके समर्थन से दिल्ली की सरकार चल रही थी। जब मुख्यमंत्री को हटाकर आपके नेता जगमोहन राज्यपाल थे और उन्होंने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया था…तब भाजपा और अडवाणी जी “रथ यात्रा” में व्यस्त थे। उस रथ यात्रा के संचालक-इवेंट मैनेजर मोदी जी थे।

सुरजेवाला ने यह भी कहा, ‘‘ संप्रग सरकार के 10 साल में 4241 आतंकी मारे गए, प्रधानमंत्री पैकेज में कश्मीरी पंडितों को 3000 नौकरियां दी गईं, 5911 ट्रांजिट आवास बनाये गए। मोदी सरकार में आठ साल में 1419 आतंकी मारे गए, केवल 520 नौकरी मिली और 1000 ट्रांज़िट आवास बनाये।सिर्फ़ घाव हरा कर फ़ायदा उठाएंगे?’’

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को ‘‘कश्मीर फाइल्स’’ की सराहना की और अभिव्यक्ति की आजादी के झंडादरबार होने का दावा करने वालों को ‘‘इसे बदनाम करने के बाबत चलाए जा रहे अभियान’’ के लिए आड़े हाथों लिया।

फिल्म की पटकथा को एक तरह से अनुमोदन करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘उनको हैरानी हो रही है कि इस सत्य को इतने सालों तक दबा कर रखा गया जो अब तथ्यों के आधार पर बाहर लाया जा रहा है।’’

ज्ञात हो कि इस फिल्म को लेकर एक राजनीतिक विवाद भी छिड़ गया है। कांग्रेस ने इस फिल्म को लेकर कुछ आपत्तियां उठाई हैं।

भाषा हक

हक राजकुमार

राजकुमार

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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