नयी दिल्ली, 24 मार्च (भाषा) भारत और फ्रांस के बीच 19-22 मार्च तक आयोजित नौसैनिक अभ्यास ‘वरुण’ ने संयुक्त कौशल बढ़ाने के अपने लक्ष्य को हासिल किया और नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए साझा प्रतिबद्धता को मजबूत किया। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि इन जटिल अभ्यासों से बेहतर परिचालन अनुभव मिला है तथा समकालीन समुद्री सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सामूहिक क्षमता मजबूत हुई है।
द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास का 23वां संस्करण भारत और फ्रांस के बीच स्थायी समुद्री साझेदारी का प्रमाण है।
फ्रांसीसी विमानवाहक पोत चार्ल्स डी गॉल और आईएनएस विक्रांत ने इसमें भाग लिया।
भाषा शुभम रंजन
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