भोपाल: मध्य प्रदेश में मतदान के बाद स्ट्रांगरूम और ईवीएम की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों ने सरकारी मशीन को संदेह के घेरे में ला दिया है. कांग्रेस ने शनिवार को ईवीएम की सुरक्षा में सामने आ रही चूक पर सरकार और सरकारी मशीनरी पर हमला बोला है.
सागर में मतदान के 48 घंटे बाद गुरुवार की शाम स्ट्रांगरूम में ईवीएम पहुंचाए जाने के मामले को लेकर कांग्रेस आक्रोशित है. कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की है. शिकायत में सागर में मतदान के 48 घंटे बाद ईवीएम पहुंचाए जाने पर सवाल उठाया गया है, साथ ही आरोप लगाया है कि खुरई से भाजपा के उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह और जिलाधिकारी आलोक सिंह के बीच नजदीकी है, जिसके चलते गड़बड़ी की आशंका है.
इसी तरह भोपाल के पुरानी जेल परिसर में बनाए गए स्ट्रांगरूम के बाहर लगी, एलईडी के बंद होने पर सवाल उठाया गया है. इसके अलावा सतना के स्ट्रांगरूम के पिछले दरवाजे से (संदिग्ध) सामग्री लाए जाने का मामला भी तूल पकड़े हुए है.
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव का आरोप है कि मतदान के बाद सरकार पूरी तरह बेईमानी पर उतर आई है. सागर, अनूपपुर, सतना से ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं. मतदान के दिन दो से तीन घंटे तक मशीनें बंद रहीं, जिससे मतदान प्रभावित हुआ था.
मध्य प्रदेश कांग्रेस की चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को ट्वीट कर स्ट्रांगरूम के वीडियो सामने आने पर साजिश की आशंका जताई है.
सिंधिया ने ट्वीट किया, ‘भोपाल में स्ट्रांगरूम के बाहर लगी एलईडी बंद होना, सागर में गृहमंत्री की विधानसभा सीट की रिजर्व ईवीएम का 48 घंटे बाद स्ट्रांगरूम में पहुंचाया जाना, सतना-खरगोन में अज्ञात बक्से को स्ट्रांगरूम में ले जाए जाने का वीडियो सामने आना बड़ी साजिश की ओर इशारा है.’
भोपाल में स्ट्रांग रूम के बाहर लगी एलईडी बन्द होना, सागर में गृहमंत्री की विधानसभा सीट की रिजर्व ईवीएम मशीनों का 48 घंटे बाद पहुँचना, सतना-खरगोन में अज्ञात बक्से स्ट्रांग रूम में ले जाने के वीडियो का सामने आना कही ना कही बड़ी साजिश की और इशारा है।
— Jyotiraditya Scindia (@JM_Scindia) December 1, 2018
उन्होंने आगे लिखा, ‘भाजपा अपनी संभावित हार को देखते हुए लोकतंत्र और जनता के मत को कुचलने पर आमादा हो गई है. ये सरकार के संरक्षण में लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है, चुनाव आयोग शीघ्र सख्त कदम उठाकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर मतगणना तक ईवीएम की कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करे.’
साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘प्रदेश के सभी जांबाज कार्यकर्ताओं से भी अनुरोध, वे भी मतगणना तक स्ट्रांगरूम पर कड़ी नजर रखें, जिससे भाजपा किसी भी तरह की साजिश में कामयाब ना हो सके.’
वहीं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने कहा कि निर्वाचन संबंधी सभी तरह की व्यवस्थाओं के लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक जिम्मेदवार होंगे. उन्होंने दावा किया कि ईवीएम में किसी तरह की गड़बड़ी संभव नहीं है, स्ट्रांगरूम की सुरक्षा पुख्ता है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि ‘सागर जिले के खुरई में 2 दिन बाद ईवीएम स्ट्रांग रूम में पहुंचने के बाद अब खंडवा जिले के पंधाना में 3 ईवीएम 3 दिन बाद पहुंचने की ख़बर है. निर्वाचन कार्यों में लापरवाही पर सख़्त कार्यवाही नही होने का अंजाम है कि अब अधिकारी इसकी प्राथमिकता और गंभीरता को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं.’
मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक और ट्वीट है, ‘चुनाव के दिन बड़ी मात्रा में ईवीएम और वीवीपैट में गड़बड़ी पाई गई, मतदान की रफ़्तार दिन भर संदेहास्पद रही, और अब ईवीएम की सुरक्षा में सेंध की ख़बरें हैं. क्या किसी अधिकारी की कहीं कोई ग़लती नही..? या अधिकारी भी अब भाजपा के दबाव में कार्य कर रहे हैं..?’
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने ट्विटर पर लिखा, ‘मप्र के सागर मे मतदान के 48 घंटे बाद ईवीएम जमा होने के लिये पहुंची, इसके पूर्व ईवीएम 48 घंटे तक प्रत्याशी के होटल में रही. हैरानी ये है कि अभी तक ना कलेक्टर/एसपी निलंबित हुये और ना ही तहसीलदार की बर्ख़ास्तगी हुई. क्यों..? इससे भी बडे गुनाह का इंतज़ार है..?’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के ट्विटर अकाउंट के एक वीडियो फुटेज ट्वीट हुआ है जिसमें दो व्यक्ति कोई बक्सानुमा चीज ले जाते दिख रहे हैं. यह फुटेज टीवी चैनलों पर भी चलाया गया है.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)