नई दिल्ली: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने गुरुवार को बिहार की एनडीए सरकार द्वारा राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने इसे “ऐतिहासिक निर्णय” बताया और कहा कि इससे गरीबों और मध्यम वर्गीय परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा, “बिहार को विकसित बनाने के संकल्प की दिशा में यह एक अहम कदम है. एनडीए सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के विकास, प्रगति और समृद्धि के लिए जो भी निर्णय ले रही है, वो सराहनीय है. यही वजह है कि राज्य की विपक्षी पार्टियों को यह बात हज़म नहीं हो रही है.”
उन्होंने राजद (RJD) पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल सिर्फ वादे करते हैं, लेकिन उन्हें निभाते नहीं. ऐसे परिवार आधारित दलों का उद्देश्य सिर्फ जंगलराज और गुंडाराज स्थापित करना है, जबकि एनडीए सरकार बिहार के विकास को लेकर गंभीर है.
राय ने कहा कि सरकार बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है और 13 करोड़ लोगों की समृद्धि के लिए काम कर रही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “हमलोग शुरू से ही सस्ती दरों पर सभी को बिजली उपलब्ध करा रहे हैं. अब हमने तय कर दिया है कि 1 अगस्त, 2025 से यानी जुलाई माह के बिल से ही राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा. इससे राज्य के कुल 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ होगा.”
हमलोग शुरू से ही सस्ती दरों पर सभी को बिजली उपलब्ध करा रहे हैं। अब हमने तय कर दिया है कि 1 अगस्त, 2025 से यानी जुलाई माह के बिल से ही राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। इससे राज्य के कुल 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ होगा। हमने यह…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 17, 2025
उन्होंने आगे कहा, “हमने यह भी तय किया है कि अगले तीन वर्षों में इन सभी घरेलू उपभोक्ताओं से सहमति लेकर उनके घर की छतों पर अथवा नजदीकी सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर लाभ दिया जाएगा.”
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि कुटीर ज्योति योजना के तहत अत्यंत निर्धन परिवारों के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी, जबकि अन्य उपभोक्ताओं के लिए भी सरकार उचित आर्थिक सहयोग देगी.
उन्होंने कहा कि इससे न केवल 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी, बल्कि अगले तीन वर्षों में अनुमानतः 10,000 मेगावाट तक सौर ऊर्जा का उत्पादन राज्य में संभव हो सकेगा.