पटना, 20 नवंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि सरकारी स्कूलों में कार्यरत वे शिक्षक अपनी वर्तमान तैनाती स्थल पर बने रहेंगे जिनकी सेवाएं हाल ही में नियमित की गई हैं।
मुख्यमंत्री के इस आश्वासन से 2.5 लाख से अधिक नियोजित शिक्षकों (पंचायत शिक्षक-जिन्हें वैकल्पिक रूप से नियोजित शिक्षक भी कहा जाता है) को राहत मिली है जो दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अब ‘विशिष्ट शिक्षक’ बन गए हैं।
मुख्यमंत्री ने ये टिप्पणी राज्य शिक्षा विभाग द्वारा अपनी स्थानांतरण नीति को स्थगित किये जाने के एक दिन बाद की। इस नीति से प्रभावित कई शिक्षकों ने पटना उच्च न्यायालय का रुख किया था।
पटना में दक्षता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ‘नियोजित शिक्षक अपने नये पदस्थापन को लेकर परेशान हैं, इसलिए हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि जो नियोजित शिक्षक जिस जगह पर काम कर रहे हैं, वे ‘विशिष्ट शिक्षक’ बनने के बाद भी उसी स्थान पर काम करते रहेंगे और इनके नये पदस्थान पर बाद में निर्णय लिया जायेगा।”
राज्य के कई जिलों में दक्षता परीक्षा पास करने वाले 1.14 लाख विशिष्ट शिक्षकों को सरकार ने बुधवार को नियुक्ति पत्र वितरित किए। नियुक्ति पत्र हासिल करने वाले शिक्षकों में 98,349 प्राथमिक शिक्षक, 12,524 माध्यमिक शिक्षक और 3,265 उच्चतर माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए टीईटी प्राथमिक शिक्षक संघ के संयोजक राजू सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री द्वारा लिया गया यह एक बेहतर फैसला है…यह निर्णय ‘विशिष्ट शिक्षकों’ के हित में है। हम इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग को धन्यवाद देते हैं।”
भाषा अनवर नोमान
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