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शुक्रवार, 27 जून, 2025
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पचास साल बाद भी कांग्रेस की सोच और विचारधारा आपातकाल वाली: सिंधिया

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गुना (मप्र), 27 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र का ‘सबसे भयावह दौर’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि 50 साल बाद भी कांग्रेस की सोच और विचारधारा नहीं बदली है।

आपातकाल की 50वीं बरसी पर भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से आयोजित ‘युवा संसद’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंधिया ने यह भी कहा कि जहां भाजपा की विचारधारा राष्ट्र प्रथम की है वहीं कांग्रेस की विचारधारा ‘नेता प्रथम’ की है।

केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर विकास मामलों के मंत्री ने कहा कि 25 जून 1975 का दिन कोई भी देशवासी भुला नहीं सकता।

उन्होंने कहा, ‘क्योंकि इस दिन कांग्रेस पार्टी की कुर्सी हिल रही थी और सत्ता के नशे में हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधियों को काल कोठरी में डाल दिया गया था।’

सिंधिया ने कहा कि उस दौर में ‘इंदिरा इज इंडिया’ का जो नारा दिया गया था, वह कांग्रेस पार्टी के ‘घमंड की पराकाष्ठा’ थी।

उन्होंने कहा, ‘आज 50 साल बाद भी कांग्रेस पार्टी की शैली और विचारधारा नहीं बदली। जहां भाजपा की विचारधारा ‘नेशन फर्स्ट’ की है वहीं कांग्रेस की विधारधारा पार्टी और ‘लीडर फर्स्ट’ की है।’

सिंधिया ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में आज वही चेहरे शामिल हैं, जिन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान जेल भेजा था।

केंद्रीय मंत्री ने इस मौके पर उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ के परिसर में बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर ‘संविधान सत्याग्रह’ के लिए भी कांग्रेस पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, ‘इसी कांग्रेस पार्टी ने बाबासाहेब आंबेडकर को मंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर किया था और उनके खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करके उन्हें चुनाव में हरवाने का काम भी किया था।’

भाषा सं ब्रजेन्द्र शोभना

शोभना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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