पुंछ (जम्मू-कश्मीर), 22 नवंबर (भाषा) सेना के एक शीर्ष कमांडर ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से हथियारों और मादक पदार्थों की आपूर्ति को रोकने के लिए विभिन्न स्थान पर ड्रोन-रोधी उपकरण तैनात किए गए हैं।
उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने उन सभी जगहों की भी पहचान की है जहां ड्रोन से हथियार भेजे जा रहे हैं।
सैन्य कमांडर ने ऐतिहासिक “पुंछ लिंक अप दिवस” प्लेटिनम जुबली के मौके पर यहां आयोजित कार्यक्रम से इतर कहा, “ड्रोन एक उभरती हुई तकनीक है और आने वाले दिनों में आप दोनों पक्षों की ओर से कार्रवाई देखेंगे – वे (पाकिस्तान) ड्रोन से (हथियार और मादक पदार्थ) भेजने की कोशिश करेंगे, हम प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए जवाबी कार्रवाई करेंगे।”
‘पुंछ लिंक-अप दिवस’ की प्लेटिनम जुबली साल 1948 में पाकिस्तानी हमलावरों से पुंछ जिले की रक्षा करने के लिए भारतीय सेना के “ऑपरेशन ईजी” की याद में मनाया जाता है। पुंछ के लोगों और सैन्य कर्मियों ने पारंपरिक उल्लास और उत्साह के साथ यह दिवस मनाया।
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी मौजूद हैं लेकिन हमले को अंजाम देने की योजना होने के बावजूद, वे हथियारों की कमी के कारण ऐसा नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमने अलग-अलग जगहों पर ड्रोन रोधी उपकरण लगाए हैं और उन जगहों पर भी नजर रख रहे हैं जहां हथियार भेजने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। हमने उन जगहों को चिन्हित कर लिया है और उचित कार्रवाई कर रहे हैं ताकि आतंकवादियों को हथियार न मिल सकें।”
भाषा जोहेब माधव
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