श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले के एक गांव में मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया जबकि हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबाके 6 आतंकवादी मारे गए. इसके बाद सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों में झड़प में एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई.
उत्तरी कमान के उधमपुर मुख्यालय के सेना प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस के विशेष संचालन समूह (एसओजी) के जवान और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बलों के संयुक्त अभियान में प्रादेशिक सेना का एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य घायल है.
सुरक्षाबलों ने खुफिया जानकारी मिलने के बाद शनिवार देर रात अभियान शुरू किया. पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘जैसे ही सुरक्षाबलों ने घेराव कड़ा किया, वैसे ही आतंवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई.’
सुरक्षाबल, आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें मार गिरा रहे हैं. दिन के समय ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों के अभियान को बाधित करने की कोशिश की. इस बीच दो नागरिकों को गोली लग गई, जिनमें से एक की मौत हो गई.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसमें नोमान अशरफ बट की मौत हो गई जबकि फैजान अहमद अस्पताल में है. कई प्रदर्शनकारी भी अस्पताल में हैं, जिन्हें पैलेट गोलियां लगी हैं.
इसके पहले 24 नवंबर शनिवार को शोपियां जिले में आतंकवादियों ने पूर्व विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) की हत्या कर दी. आतंकवादियों ने उन्हें अगवा कर लिया था. पुलिस का कहना था कि पूर्व एसपीओ बशरत अहमद का शव पुलवामा जिले से बरामद किया गया. उन्हें शुक्रवार को शोपियां जिले से बंदकधारियों ने अगवा कर लिया था.
बीते 15 दिनों में बंदूकधारियों द्वारा लोगों को अगवा कर उनकी हत्या करने का यह तीसरा मामला है. इससे पहले भी शोपियां जिले से दो लोगों को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गई थी.
इसके पहले शुक्रवार को राज्य के अनंतनाग ज़िले में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष कमांडर समेत छह आतंकवादी मारे गए थे. इन छह आतंकियों में एलईटी का शीर्ष कमांडर आज़ाद मलिक भी था. आजाद मलिक उन तीन आतंकवादियों में शामिल था, जो वरिष्ठ पत्रकार और राइज़िंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या में शामिल थे.
शुक्रवार को ही आतंकवादियों ने पुलवामा जिले के त्राल शहर में कांग्रेस नेता के घर पर ग्रेनेड से हमला किया.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)