नई दिल्ली: कौशल विकास मंत्रालय में बुधवार को उस वक्त भय फैल गया जब एक कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारी की मां को कोरोनावायरस से संक्रमित होने की खबर आने लगी. ये कर्मचारी श्रमशक्ति भवन के तीसरे फ्लोर पर काम करता था. अफवाह फैलने के तुरंत बाद ही मंत्रालय ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई और एडवाइजरी जारी की.
दिप्रिंट को दिए आधिकारिक बयान में मंत्रालय ने कहा, ‘हमारे एक कर्मचारी का कहना है कि उनकी मां का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला है. इस खबर के बारे में जानकारी मिलते ही हमने उसे और उसके साथ काम करने वालों को घर भेज दिया है और उन्हें एकांतवास में रहने के लिए कहा गया है. हम स्वास्थ्य मंत्रालय से लगातार संपर्क में हैं और इन कर्मचारियों की हेल्थ को नजदीक से मॉनिटर कर रहे हैं.
मंत्रालय ने आगे कहा, ‘इस संदर्भ में स्वास्थ्य मंत्रालय से भी सलाह मांगी गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए निर्देशों को फॉलो करते हुए कौशल विकास मंत्रालय लगातार सोशल डिस्टेसिंग, सैनिटाइजेशन और थरमल टैम्परेचर चैक कर रहा है.’
गौरतलब है कि श्रमशक्ति भवन के जिस फ्लोर पर कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारी काम करते हैं, उसी फ्लोर पर केंद्रीय कौशल मंत्री महेंद्रनाथ पांडे का दफ्तर भी है. इस भवन से चार और मंत्रालयों (लेबर, वॉटर रिसॉर्सेज, और पावर) का भी काम होता है. बुधवार को यह खबर श्रमशक्ति भवन में चल रहे दूसरे मंत्रालयों में भी फैल गई.
दिप्रिंट ने जब उस कर्मचारी से बात की तो सामने आया कि ये महज अफवाह थी. वो बताते हैं, ‘मैं बिलकुल ठीक हूं और अपने घर पर हूं. मेरी मां भी बिलकुल ठीक हैं. उन्हें कोरोना नहीं हुआ है. वो एक झूठ और महज एक अफवाह थी.’ हालांक कौशल मंत्रालय न समय बर्बाद ना करते हुए कर्मचारी के इलाके में एक टीम भेजी और मामले की जांच करवाई.
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अफवाह कैसे उड़ी के सवाल पर कर्मचारी ने बताया कि उन्होंने जानबूझकर ये अफवाह नहीं फैलाई है. हालांकि उसके साथ काम करने वाले एक अन्य कर्मचारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया, ‘सुबह से ही वो सबसे दूर हटने की कह रहा था कि उसे कोरोना हो गया है. कई वरिष्ठ अधिकारियों तक भी ये बात फैल गई कि उसकी मां को कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला है. इसके बाद से ही मंत्रालय के लोगों में पैनिक फैल गया. हो सकता है कि उसने छुट्टी के लिए ये अफवाह जान बूझकर फैलाई हो.’
इस घटनाक्रम के बाद मंत्रालय ने उस कर्मचारी के पिता और परिवार से संपर्क कर पूरे मामले की तहकीकात की. कर्मचारी के पिता खुद भी एक सरकारी कर्मचारी हैं. उनके पिता ने मंत्रालय को बताया, ‘उनके परिवार में कोरोना पॉजिटिव जैसा कोई मामला ही नहीं है और उनकी पत्नी बिलकुल ठीक हैं. अगर ऐसा कुछ होता तो सरकार के साथ कॉपरेट करते.’