मंगलुरु, 10 जनवरी (भाषा) प्रख्यात साहित्यकार सारा अबूबकर का मंगलवार को यहां के अस्पताल में 87 साल की उम्र में निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
परिवार में उनके चार बेटे हैं।
सारा मूल रूप से केरल के कासरगोड जिले स्थित चंद्रगिरि की निवासी थीं और विवाह के बाद वह हतहिल में बस गई थीं। सारा अपने उपन्यास ‘चंद्रगिरि थीराडल्ली’ से चर्चा में आईं। उन्होंने कई पुस्तकों की रचना की जिन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
सूत्र ने बताया कि सारा का अंतिम संस्कार बुंदेर में होगा।
महिलाओं की आवाज रही सारा का जन्म 30 जून 1936 में चंद्रगिरि तट स्थित गांव में हुआ था। उनके पिता पी अहमद वकील थे जबकि मां जैनबी गृहिणी थीं।
सारा की प्रमुख रचनाओं में सहाना, वज्रगालु, कदनाविरमा, सुलियाल्ली सिक्कावरु, परवहा सुली, तेला ओदेदा दोनी, पंजारा, इलिजारु और कानिके प्रमुख है।
उन्हें कर्नाटक राज्योत्सव सम्मान, नदोजा कर्नाटक साहित्य अकादमी का मानद पुरस्कार, दाना चिंतामणि अत्तीमाबे सम्मान और कन्नड परिषद द्वारा प्रदत्त बी सरोजादेवी सहित विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
भाषा धीरज माधव
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