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सोमवार, 19 मई, 2025
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गरबा मंचों का सियासी दुरुपयोग रोकने के लिए मुस्तैद रहे चुनावी अमला : उप निर्वाचन आयुक्त

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इंदौर, 12 अक्टूबर (भाषा) उप निर्वाचन आयुक्त अजय भादू ने बृहस्पतिवार को कहा कि मध्यप्रदेश के आसन्न विधानसभा चुनावों के चलते लागू आदर्श आचार संहिता आम नागरिकों के लिए गरबा कार्यक्रमों के आयोजन में बाधक नहीं है, लेकिन उन्होंने चुनावी अमले को गरबा मंचों का सियासी दुरुपयोग रोकने के लिए मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं।

राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर (रविवार) से होने वाली है और इस नौ दिवसीय उत्सव के दौरान कई स्थानों पर गरबा कार्यक्रम आयोजित होंगे।

भादू ने इंदौर और उज्जैन संभागों में चुनावी तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘आदर्श आचार संहिता गरबा या अन्य किसी धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन के आड़े नहीं आनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी से सिर्फ यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि है कि गरबा मंचों का राजनीतिक दुरुपयोग न हो।’’

उन्होंने कहा कि गरबा कार्यक्रमों के शुरू और खत्म करने की समयावधि स्थानीय प्रशासन तय करेगा।

भादू ने यह भी बताया कि निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों को विमानों की आवा-जाही पर खास निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा,‘‘हमने आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर दिल्ली में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से खास चर्चा की है।’’

उन्होंने बताया कि चुनावों के मद्देनजर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे शहरी क्षेत्रों के हवाई अड्डों के साथ ही सभी हवाई पट्टियों और हैलिपेड पर विमानों और हेलिकॉप्टरों की आवा-जाही पर खास निगरानी रखें।

उप निर्वाचन आयुक्त ने यह भी कहा कि इंदौर हर क्षेत्र में आगे है, लेकिन मतदान के मामले में अब भी थोड़ा पीछे है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपील करता हूं कि आगामी विधानसभा चुनावों में शहर के सभी मतदाता वोट करें। खासकर 18 से 19 साल के युवा मतदाताओं को वोट डालने के लिए प्रेरित किया जाना बेहद जरूरी है।’

भादू ने इंदौर के प्रशासन द्वारा दिव्यांगों को मतदाता जागरूकता अभियान से जोड़े जाने की पहल की तारीफ की।

उन्होंने कहा,‘‘निर्वाचन आयोग का हमेशा से नजरिया रहा है कि चुनाव प्रक्रिया को सर्व समावेशी बनाया जाना चाहिए। मतदाता जागरूकता अभियान से दिव्यांग जनों के जुड़ने से कई लोग वोट डालने के लिए प्रेरित होंगे।’’

भाषा हर्ष रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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