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Saturday, 27 April, 2024
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‘EVMs कभी भी दक्षिण अफ्रीका नहीं भेजी गईं’- EC ने कांग्रेस के आरोप खारिज किए, मांगा सबूत

चुनाव आयोग ने पार्टी से गलत सूचना देने के सोर्स पब्लिक करने को कहा है और कहा कि न तो ईवीएम दक्षिण अफ्रीका भेजी गई थीं और न ही वह देश इन मशीनों का इस्तेमाल करता है.

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नई दिल्ली : चुनाव आयोग (ईसी) ने कांग्रेस के उन दावों खारिज कर दिया है कि जिसमें उसने कहा था कि दक्षिण अफ्रीका भेजी गई ईवीएम मशीनों को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल किया गया और आयोग ने यह भी कहा कि जानकारी ‘गलत’ है और इसके पीछे के सोर्स ‘गैर-विश्वसनीय’ हैं.

चुनाव आयोग ने कहा पार्टी इस तरह के गलत अफवाह फैलाने वालों स्रोतों को ‘सार्वजनिक करे’. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के पत्र के जवाब में उनके दावे खारिज करते हुए कहा कि दक्षिण के इस राज्य में हुए चुनावों में नई ईवीएम का इस्तेमाल किया गया, जिसे इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने बनाया है.

इसने पार्टी से यह सुनिश्चित करने को कहा कि इस तरह के ‘अफवाह फैलाने वालों’ को न्याय के दायरे में लाया जाए ‘ताकि भारतीय चुनाव व्यवस्था में एक जिम्मेदार पार्टी होने के नाते आईएनसी की लंबे समय से चली आ रही प्रतिष्ठा खराब न हो.’

पोल पैनल ने जोर देकर कहा कि न तो ईवीएम दक्षिण अफ्रीका भेजी गई थीं और न ही वह देश इन मशीनों का इस्तेमाल करता है.

इसने यह भी कहा कि कांग्रेस को खासतौर से पता था कि कर्नाटक में केवल नए ईसीआईएल-निर्मित ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है.

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8 मई को चुनाव आयोग को लिखे पत्र में सुरजेवाला ने ‘चिंताएं’ और ‘वैध संदेह’ होने की बात कही थी.

उसी का जवाब देते हुए, ईसीआई ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘प्रथमदृष्टया गलत जानकारी और आईएनसी द्वारा जिक्र किए स्रोतों की गैर-विश्वसनीयता कई तथ्यों से पहचानी जा सकती है. पहली बात तो ईसी ने कभी भी दक्षिण अफ्रीका समेत किसी भी अन्य देश में कोई ईवीएम नहीं भेजी, न ही इन्हें कहीं से मंगाया. साउथ अफ्रीका ईवीएम का इस्तेमाल नहीं करता जिसे आसानी से दक्षिण अफ्रीका के चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड की गई सूचना से वेरिफाई किया जा सकता है.’

ईसी ने कहा कि सच यह है कि ये नये ईवीएम केवल ईसीआईएल ने बनाए, जिनका कर्नाटक चुनावों में इस्तेमाल किया गया, 29 मार्च को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा लिखे गए एक पत्र के जरिए कर्नाटक कांग्रेस को यह जानकारी दी गई थी, जिन्होंने प्रथम-स्तरीय जांच और वीवीपीएटी को मंजूरी दे दी थी, ईवीएम की एक सूची भी साझा की थी.

इसमें कहा गया है, ‘इसके अलावा ईवीएम के प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य की पार्टियों को उस जगह के बारे में जानकारी दी गई थी, जहां से ये ईवीएम लाए जाते हैं और प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाती है.

फिलहाल, ईवीएम से जुड़ी हर प्रक्रिया में, चाहे यह रेंडमाइजेशन हो, मॉक पोल हो पार्टी के प्रतिनिधियों को इस दौरान मौजूद रहने को कहा गया.

चुनाव निकाय ने यह भी कहा था कि कर्नाटक चुनाव के लिए ईवीएम से संबंधित ऊपर बताए गए स्टैडंर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिजर का इस्तेमाल किया जाएगा, भारत के चुनाव आयोग के रिकॉर्ड के अनुसार, हर स्तर पर आईएनसी के प्रतिनिधियों ने इस दौरान अपने शामिल होने की पुष्टि की है.

एक चरण में हुए कर्नाटक विधानसभा के चुनाव 10 मई को हो चुके हैं और शनिवार को मतगणना होगी.


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