लखनऊ, 24 अगस्त (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को निर्वाचन आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा कथित वोट चोरी को छिपाने के लिए जिलाधिकारी (डीएम) के पीछे छिपने का आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग डीएम के पीछे छिप रहा है और डीएम सीईओ (मुख्य निर्वाचन अधिकारी) के पीछे छिप रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सपा मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सीईओ पुलिस को आगे कर दे रहे हैं और फिर लेखपाल को आजादी दी जा रही है, क्योंकि सरकार के पास सच्चाई बताने को नहीं है।
सपा प्रमुख ने कहा कि मतदाता सूची में अनियमितताओं को दर्शाने वाले हलफनामे पेश किए जाने के बाद भी 18,000 शिकायतों में से केवल 14 की ही जांच की गई है।
यादव ने कहा, ‘अगर किसी को मृत घोषित किया जाता है तो उसका मृत्यु प्रमाण पत्र होना चाहिए। हम मतदाता धोखाधड़ी के इस मुद्दे पर एक अलग प्रेस वार्ता करेंगे – जनता अब जानती है कि भाजपा वोट चुराती है और चुनावों में डकैती करती है।’
यादव ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए स्वतंत्र निकायों को पंगु बनाने का भी आरोप लगाया और कहा, ‘संवैधानिक पदों पर बैठे लोग सरकार के एजेंडे के अनुसार काम कर रहे हैं। अगर कोई भारत की संस्थाओं को कमजोर कर रहा है तो वह भाजपा है। संस्थाएं जितनी कमजोर होंगी, लोगों के अधिकारों का उतना ही अधिक नुकसान होगा।’
यादव ने वादा किया कि भावी सपा सरकार विशेष कोटा, वित्तीय सहायता और बेहतर गुणवत्ता वाले सहायक उपकरणों के माध्यम से दिव्यांगों की मदद करेगी।
उन्होंने कहा, ‘हमने बड़ी संख्या में मुफ़्त ई-रिक्शा उपलब्ध कराए। आज, इस सरकार द्वारा दिए गए उपकरण सबसे घटिया गुणवत्ता के हैं – फिर भी वे सर्वोत्तम गुवणत्ता के पैसे लेते हैं।’
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि यह सरकार झूठ बोलती है और झूठ बोलना इनकी आदत में शुमार है।
उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि जिन स्कूलों को पहले बंद किया गया था, उनमें से एक भी अब तक दोबारा नहीं खोला गया है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार विधानसभा में झूठ बोल सकती है, उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा ने ‘पीडीए पाठशाला’ की जो पहल शुरू की थी, उसके जवाब में सरकार को सदन में स्कूल बंद नहीं करने का दावा करना पड़ा, ताकि आंदोलन और न बढ़े।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने ‘पीडीए पाठशाला’ को संचालित किया और जिन लोगों ने अपने बच्चों को भेजा, उनके खिलाफ सरकार प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है। यादव ने जनहित के तमाम मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी की।
भाषा अभिनव आनन्द नोमान
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