सासाराम, 17 अगस्त (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित वोट चोरी के मुद्दे को लेकर रविवार को आरोप लगाया कि चुनाव आयोग नरेन्द्र मोदी सरकार का एजेंट बनकर रह गया है।
उन्होंने यहां ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत के मौके पर आयोजित जनसभा में यह दावा भी किया कि देश की आजादी की लड़ाई में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कोई योगदान नहीं था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से इस संगठन की तारीफ करके स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान किया।
उन्होंने कहा कि एसआईआर के जरिए बिहार में गरीबों, मजदूरों, प्रवासियों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के 65 लाख वोट काटे गए हैं और भाजपा-जद(यू) इन वोटों को काटकर सत्ता में आना चाहते हैं।
खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह जनता के वोट, युवाओं की नौकरी और किसानों की एमएसपी चुराते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने 2023 के एक कानून का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि चुनाव आयोग मोदी सरकार का एजेंट बन गया है
उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार 2023 में एक कानून लेकर आई।
इस कानून के तहत चुनाव आयोग के प्रमुख या सदस्य कोई गड़बड़ करें तो भी उन पर प्राथमिकी या आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया जा सकता। ‘
उन्होंने दावा किया, ‘मतलब सरकार ने 2023 में तैयारी की और 2024 में धोखाधड़ी की। इन लोगों ने वोट चोरी की है, इसलिए हमें इन चोरों को हटाना है। ‘
उन्होंने बिहार की जनता से भाजपा-जद(यू) सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाल किले से दिए गए भाषण में आरएसएस की तारीफ करने को देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि आरएसएस देश की आजादी के खिलाफ था।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘आरएसएस के लोग अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर माफी और नौकरी मांगते थे। आरएसएस की विचारधारा वाले लोगों ने ही गांधी जी की हत्या की थी। ‘
भाषा हक दिलीप नरेश
नरेश
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