scorecardresearch
Monday, 6 May, 2024
होमदेशउर्दू में अच्छा लिखने वाले को हर साल देंगे अमीर खुसरो लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड : निशंक

उर्दू में अच्छा लिखने वाले को हर साल देंगे अमीर खुसरो लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड : निशंक

निशंक ने विश्व उर्दू वेबिनार में ‘इलेक्ट्रानिक एवं सोशल मीडिया के युग में उर्दू लेखकों की जिम्मेदारी’ विषय पर अपने संबोधन में यह घोषणा की.

Text Size:

नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि आने वाले समय में उर्दू के क्षेत्र में उत्कृष्ठ लेखन कर पीढ़ियों को प्रेरित करने वाले कलमकारों के लिये पुरस्कार शुरू किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इसके तहत अमीर खुसरो लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड हर वर्ष दिया जायेगा.

निशंक ने विश्व उर्दू वेबिनार में ‘इलेक्ट्रानिक एवं सोशल मीडिया के युग में उर्दू लेखकों की जिम्मेदारी’ विषय पर अपने संबोधन में यह घोषणा की.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘उर्दू परिषद के कार्यों की समीक्षा करते हुए मैंने अधिकारियों के समक्ष यह बात रखी की क्या हमें उर्दू में उत्कृष्ट लेखन करने वालों के लिये पुरस्कार की कोई योजना शुरू कर सकते हैं. विचार विमर्श के बाद हमने तय किया है कि आने वाले समय में हम हर वर्ष पुरस्कार प्रदान करेंगे. यह पुरस्कार उन कलमकारों के लिये होगा जो अच्छा लिख रहे हैं, अच्छी सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं और जिनकी लेखनी से पीढ़ियों को प्रेरणा मिलती है.’

उन्होंने कहा कि अमीर खुसरो लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार हर वर्ष दिया जायेगा. इसके अलावा मिर्जा गालिब, आगा हश्र कश्मीरी, रामबाबू सक्सेना, प्रेमचंद के नाम पर पुरस्कार प्रदान किया जायेगा.

निशंक ने कहा कि श्रेष्ठ पुस्तकों का उर्दू में अनुवाद किया जायेगा और अगले वर्ष उर्दू का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जायेगा.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षो में उर्दू परिषद के बजट में दो गुना से अधिक वृद्धि की गई है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज सोशल मीडिया की ताकत बढ़ गई है, ऐसे में जो सच है और अच्छा है, उसे पूरी ताकत से सामने रखने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि इस स्थिति में कलमकारों का दायित्व है कि वे पूरी ताकत और तन्मयता के साथ सुविचारों को नयी पीढ़ी तक पहुंचाएं.

निशंक ने कहा कि अगर सोशल मीडिया पर कलमकार एवं अच्छी सोच वाले लोग कोई स्थान (गैप) छोड़ देंगे तो यह उन लोगों के पास चला जायेगा जो पीढ़ी को बर्बाद कर सकते हैं.

share & View comments