नयी दिल्ली, 26 फरवरी (भाषा) शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के उन दावों का खंडन किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि आईआईटी रांची के छात्रों के साथ उनके डिजिटल संवाद के दौरान आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित की गई थी।
मंत्रालय ने कहा कि पित्रोदा ने 22 फरवरी को दावा किया था कि वह आईआईटी रांची के सैकड़ों छात्रों को संबोधित कर रहे थे और इस दौरान किसी ने हैक करके आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित की जिससे कार्यक्रम बाधित हो गया।
पित्रोदा के कथित बयान की सत्यता स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं की जा सकी।
शिक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि प्रमुख संस्थान की छवि को धूमिल करने के किसी भी प्रयास के कानूनी परिणाम भुगतने होंगे।
मंत्रालय ने बुधवार देर रात जारी एक बयान में कहा, ‘‘यह स्पष्ट किया जाता है कि रांची में कोई आईआईटी संस्थान नहीं है। इसलिए उस वीडियो में दिया गया बयान न केवल निराधार है बल्कि अज्ञानता से भी भरा है। यह बताना उचित है कि रांची में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) है।’’
बयान में कहा गया है कि आईआईआईटी रांची ने भी पुष्टि की है कि सैम पित्रोदा को संस्थान द्वारा किसी भी सम्मेलन/सेमिनार में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि ऐसा लापरवाही भरा बयान देश के एक बेहद प्रतिष्ठित संस्थान की छवि को खराब करने का प्रयास प्रतीत होता है।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश
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