भोपाल, नौ अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि शिक्षा का अर्थ केवल जीवन निर्माण नहीं है, बल्कि उस जीवन में अर्थ का निर्माण करने और सवाल पूछने की क्षमता विकसित करने में सक्षम होना है।
केंद्रीय संचार मंत्री ने शुक्रवार को कहा , ‘‘शिक्षा का उद्देश्य केवल यह प्रश्न पूछना नहीं होना चाहिए कि ‘मैं कैसे सफल होऊं’, बल्कि यह भी पूछना होना चाहिए कि ‘मैं कैसे सेवा करूं’।’’
सिंधिया भोपाल में ब्रिटेन से जुड़े ‘श्रूसबरी इंटरनेशनल स्कूल’ के 150 एकड़ के परिसर के उद्घाटन के अवसर पर एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
दक्षिण एशिया के व्यापार आयुक्त और पश्चिमी भारत में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त हरजिंदर कांग ने भी इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारत में श्रूसबरी इंटरनेशनल स्कूल की शुरुआत के मौके पर शामिल होकर प्रसन्न हूं। यह पारस्परिक विकास पर आधारित भारत-ब्रिटेन की दोस्ती का एक नया अध्याय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले महीने हमारे प्रधानमंत्रियों ने ‘भारत-ब्रिटेन विजन 2035’ को मंजूरी दी है। इस नयी साझेदारी से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे। इस दृष्टिकोण में शिक्षा और कौशल विकास पर खास ध्यान दिया गया है, जिससे आने वाली पीढ़ी को बेहतर मौके मिलेंगे।’’
कांग ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में भारत और ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग भी बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटेन की सदियों पुरानी शिक्षा परंपरा और भारत के नए विचारों को मिलाकर हम युवाओं के लिए विश्वस्तरीय अवसर बना रहे हैं। इससे हमारे युवा आगे बढ़ेंगे और भविष्य को नई दिशा दे सकेंगे।’’
भाषा ब्रजेन्द्र खारी
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