नई दिल्ली : वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा तेलुगू टीवी5 और एबीएन आंध्रा ज्योति पर अघोषित प्रतिबंध लगाया गया है. प्रतिबंध लगने के एक हफ़्ते बाद तक प्रदेश में कई स्थानों पर प्रसारण बंद रहा. चैनलों का कहना है कि सरकार विरोधी खबरें दिखाने के आरोप में दोनों चैनलों के प्रसारण पर रोक लगा दी गई थी.
एडिटर्स गिल्ड ने चैनलों के समर्थन में बयान जारी कर कहा है आंध्र प्रदेश सरकार चैनलों पर प्रतिबंध लगाने का कारण बताए. एडिटर्स गिल्ड ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी सरकार ने दोनों तेलुगू न्यूज़ चैनलों टीवी5 और एबीएन पर अघोषित प्रतिबंध थोपा है. ऐसे प्रतिबंध प्रेस की स्वतंत्रता पर आधात हैं.
एडिटर्स गिल्ड ने आंध्र प्रदेश सरकार से साफ़ करने को कहा है कि क्या चैनलों के प्रतिबंध के पीछे यही करण हैं, यदि ऐसा है तो प्रतिबंध को तुरंत निष्प्रभावी किया जाना चाहिए. एडिटर्स गिल्ड द्वारा कहा गया है यदि वास्तव में प्रतिबंध से प्रेस की स्वतंत्रता पर चोट की जा रही है तो सरकार को ऐसा प्रतिबंध तत्काल रूप से हटाना चाहिए.
एडिटर्स गिल्ड ने सरकार से अनुरोध किया है कि ऐसी स्थिति पैदा न की जाए जिसमें मीडिया प्रतिनिधियों को संवैधानिक और कानूनी तौर पर मिली स्वतंत्रता प्रभावित हो. अभी यह साफ़ नहीं हुआ है कि इस प्रतिबंध के पीछे वाईएसआरसीपी सरकार का ही हाथ है, वहीं दूसरी ओर चैनलों ने केबल ऑपरेटर्स के खिलाफ़ कानूनी कदम उठाया है.
चैनल प्रबंधकों का कहना है केबल ऑपरेटर्स ने अनुबंधों और ट्राई के नियमों का उल्लंघन किया है. नियमों के अनुसार केबल ऑपरेटर्स 21 दिन का नोटिस दें और साथ ही चैनल बंद करने के पीछे उचित कारण बताये, चैनल बंद नहीं कर सकते.