नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने 30 मूल पासपोर्ट बरामद किए हैं और विभिन्न एजेंट और आव्रजन एजेंसियों के नाम भी पता लगाए हैं जो बड़े पैमाने पर भारतीयों को ‘‘डंकी रूट’’ के जरिये अवैध रूप से विदेश भेजने का धंधा चला रहे थे।
‘डंकी रूट’ उस रास्ते को कहते हैं, जिसके जरिए प्रवासी नागरिक अवैध तरीके से किसी देश तक पहुंचते हैं।
संघीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसने यह जानकारी पंजाब और हरियाणा में बुधवार को की गई छापेमारी के बाद प्राप्त की। यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज एक मामले के तहत की गई थी।
यह मामला फरवरी में अमेरिका से कई भारतीयों को वापस भेजे जाने के बाद दर्ज किया गया था।
इसमें कहा गया है कि पंजाब में अमृतसर, संगरूर, पटियाला और मोगा तथा हरियाणा में अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल जैसे शहरों में ईडी ने छापेमारी की। धन शोधन का यह मामला हरियाणा और पंजाब में पुलिस द्वारा इन मामलों में दर्ज की गई प्राथमिकी से सामने आया है।
ईडी ने कहा कि लोगों को ‘डंकी रूट’ के माध्यम से भेजने में शामिल एजेंट में से एक के घर से 30 मूल पासपोर्ट पाए गए।
इसने कहा कि अभियान के दौरान ‘‘विश्वसनीय साक्ष्य’’ मिले हैं, जो दर्शाते हैं कि एजेंट ने अपने ग्राहकों को धोखा देकर करोड़ों रुपये के नकद या ‘‘हवाला’’ लेनदेन किए हैं।
भाषा देवेंद्र माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.