नयी दिल्ली, दो अगस्त (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी अभिदाय (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) का कथित तौर पर उल्लंघन कर विदेश से 220 करोड़ रुपये प्राप्त करने के आरोप में केरल के एक धर्मार्थ संगठन के खिलाफ विदेशी मुद्रा उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।
कासरगोड स्थित कुन्हाहमद मुसलियार मेमोरियल ट्रस्ट और उसके अध्यक्ष, एनआरआई इब्राहिम अहमद अली के खिलाफ जांच के तहत यह कार्रवाई की गई है।
ईडी ने एक बयान में कहा कि मामले के सिलसिले में कासरगोड के दो स्थानों पर बृहस्पतिवार को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत तलाशी ली गई।
ईडी के अनुसार, ट्रस्ट को 2021 से अब तक इब्राहिम अहमद अली से 220 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्राप्त हुई, जिसे बही खाते में “असुरक्षित ऋण” के रूप में दिखाया गया है।
जांच एजेंसी ने कहा कि इसमें कोई ऋण समझौता, ब्याज दर की शर्तें या पुनर्भुगतान के समय के बारे में उल्लेख नहीं था और आज तक कोई पुनर्भुगतान नहीं किया गया है।
ईडी ने कहा कि जांच में पाया गया कि अली को ये धनराशि ‘यूनिवर्सल लुब्रिकेंट्स एलएलसी नामक संयुक्त अरब अमीरात की कंपनी से प्राप्त हुई थी।
ईडी ने कहा कि जांच में पाया गया कि इन विदेशी चंदे का एक हिस्सा मौजूदा नियमों का उल्लंघन करते हुए भारत में कृषि भूमि की खरीद के लिए ‘उपयोग’ किया गया।
इसने कहा कि जांच में पाया गया कि ट्रस्ट ने ‘फेमा’ प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए अली से 2.49 करोड़ रुपये नकद प्राप्त किए।
ईडी ने कहा, “तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, 220 करोड़ रुपये के असुरक्षित ऋण दिखाने वाले बही खाते, ट्रस्ट की कैश बुक और वित्तीय डेटा वाली एक ‘हार्ड डिस्क’ जब्त की गई है।”
भाषा प्रीति दिलीप
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