मुंबईः प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्डरिंग ऐक्ट के तहत प्रवर्तन निदेशालय महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और शिव सेना नेता अनिल परब से जुड़े पुणे और मुंबई के सात लोकेशन पर छापे मारे हैं.
यह छापेमारी अनिल परब के प्राइवेट और सरकारी निवास पर की गई है. सितंबर 2021 में अनिल परब एनसीपी नेता और पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के मनी लॉन्डरिंग और रिश्वत मामले में मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए थे.
देशमुख के दो गिरफ्तार सहायकों में से पिछले साल ईडी ने कहा कि निलंबित असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे ने कहा कि परब ने कथित रूप से नागपुर डिप्टी रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी बजरंग खरमाटे से दस पुलिस अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए रिश्वत देने के लिए ट्रांसफर किए गए.
ईडी ने इससे पहले खरमाटे से करीब सात घंटे सवाल किया था. कहा जाता है कि खरमाटे परब के काफी करीबी हैं. उनका नाम देशमुख के मामले में मनी लॉन्डरिंग मामले में उनका नाम आया था.
इस साल 8 अप्रैल को ईडी ने बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि देशमुख मनी लॉन्डरिंग मामले में मास्टरमाइंड थे उन्होंने धन जुटाने के लिए अपने आधिकारिक पोजीशन का दुरुपयोग किया.
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