नई दिल्ली: सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ विरोध कर रहे कांग्रेस नेता शशि थरूर, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत 75 कांग्रेस सांसदों को हिरासत में ले लिया गया है. ईडी सोनिया से नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ कर रही है.
गौरतलब है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, अजय माकन, मणिक्म टैगोर, केसी वेणुगोपाल अधीर रंजन चौधरी, शशि थरूर, सचिन पायलट, हरीश रावत, अशोक गहलोत, के सुरेश और अन्य नेताओं को हिरासत में लिया गया है.
कांग्रेस सांसद जब संसद से कांग्रेस मुख्यालय के लिए रवाना हुए तो करीब 75 सांसदों को दिल्ली पुलिस बसों में ले गई.
नागपुर में भी विरोध कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है.
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में ईडी के अधिकारी सोनिया गांधी से पूछताछ कर रहे हैं. इस दौरान सोनिया के साथ प्रियंका गांधी और राहुल गांधी भी ईडी के कार्यालय पहुंचे हैं.
पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि सभी कांग्रेस सांसदों और सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ सामूहिक एकजुटता दिखाने के लिए पार्टी मुख्यालय के बाहर सामूहिक गिरफ्तारी दी है.
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कांग्रेस नेताओं ने जताया विरोध
वहीं इससे पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पेश होने पहुंची. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जहां विरोध जताया वहीं पार्टी के नेताओं ने जमकर मोदी सरकार की आलोचना करते एजेंसी के दुरुपयोग का आरोप लगाया.
इससे पहले नेशनल हेराल्ड मामले में ED के सामने सोनिया गांधी की पेशी से पहले कांग्रेस सांसद संसद से 24, अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे.
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को लेकर कहा, ‘ये अन्याय चल रहा है और अन्याय की राजनीति नहीं होनी चाहिए.
कांग्रेस के सीनियर नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘आम जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता इससे रुष्ट है. BJP मोदी जी को कितना बचाती है जब वे मोदी जी के लिए ये कर सकते हैं तो हम सोनिया गांधी के लिए नहीं कर सकते हैं. मोदी जी अभी 8-10 साल से देश में दिखे हैं, सोनिया गांधी का परिवार कबसे इस देश की सेवा करते आ रहा है.’
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘पिठ्ठू ED, डरपोक CBI और IT ही अब मोदी सरकार का चाल, चेहरा और चरित्र बन गए हैं. प्रतिशोध की राजनीति में धधकते हुए प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार न कांग्रेस को न प्रजातंत्र को डरा पाई है न डरा पाएगी.’
उन्होंने कहा कि हम न दबेगें न झुकेंगे केवल आगे बढ़ेगें. प्रजातंत्र के प्रहरी नेशनल हेराल्ड स्वतंत्रता संग्राम का चिन्ह है. ये सच की लड़ाई है.’
सोनिया गांधी से ED की पूछताछ पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ’65 साल से ऊपर के जितने भी वरिष्ठ नागरिक होते हैं उनके घर पर जाकर पूछताछ करते हैं, लेकिन यहां पर तो सब चीज़ें वे तोड़ रहे हैं. वे दिखाना चाहते हैं कि वे कितने पावरफुल हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम हर मुद्दा उठाएंगे. अब तो हम मंहगाई का मुद्दा उठाए तो उसके लिए भी वे चर्चा के लिए तैयार नहीं हैं. ED-CBI का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है उसके लिए भी वे तैयार नहीं हैं.’
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा, ‘उनकी (कांग्रेस नेता सोनिया गांधी) उम्र 70 वर्ष से अधिक है. ED से उन्हें घर आकर पूछताछ करनी चाहिए थी. इस वक्त में ED का जो दुरुपयोग हो रहा है, ये जगजाहिर है, ये कोई नई बात नहीं है.
उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि मैं ED के डायरेक्टर साहब से मिलूं और देशवासियों में उनके लिए क्या माहौल है, उनके प्रति क्या धारणा बन रही इस बारे में बताऊं.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘सरकारी एजेंसी का दुरुपयोग स्वीकार्य नहीं है. सरकार दुरुपयोग कर रही है तो हम उसका शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं. ये हमारा अधिकार है लेकिन सरकार को ये भी बर्दाश्त नहीं है कि विपक्ष आवाज उठाए. ये सोनिया जी और पार्टी की आवाज को दबा नहीं सकते.’
सचिन पायलट ने कहा, ‘सभी सवालों का जवाब देने के लिए हम तैयार हैं. लोकतंत्र में एजेंसी का दुरुपयोग हो रहा है. उसके जवाब में हम अहिंसक तरीके से विरोध कर रहे हैं ये हमारा अधिकार है. हमारे अधिकार को छीना जा रहा है. लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को दबाने का काम हो रहा है.’
वहीं जम्मू-कश्मीर में भी नेशनल हेराल्ड केस में ईडी के समन के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया.
राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी वह महिला हैं जिनकी सास और पति देश के लिए शहीद हो गए. सरकार को इतनी शर्म नहीं आती है कि आप किसके साथ किस तरह का व्यवहार कर रहे हैं. ED वाले उनके घर जाकर बयान ले सकते थे, कई बार ऐसा किया गया है कि ED घर जाकर बयान लेती है.
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी जी को जैसे बुलाया गया वो बेहतर हो सकता था. हम जानते हैं और मानते हैं कि कानून सबके लिए बराबर है. इनके शासन में कानून सबके लिए समान नहीं है. जो BJP में है उसके लिए कानून बदल जाता है. इन्होंने देश में 2 कानून बनाया है विपक्ष के लिए अलग और पक्ष के लिए अलग.
भाजपा नेताओं ने साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘अगर गांधी परिवार बेदाग है तो अब बेहाल क्यों? अगर गांधी परिवार ने भ्रष्टाचार नहीं किया तो हंगामा क्यों? आखिरकार भारत के नागरिकों से अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया है तो उससे पूछताछ करना एजेंसियों का काम है. तो क्या गांधी परिवार के लिए कानून अलग से बनेगा?’
उन्होंने कहा, ‘अगर कांग्रेस के पास छिपाने के लिए कुछ ना हो तो हंगामा करने की जरूरत नहीं है. ये तिलमिलाहट क्यों है, घबराहट क्यों है, छटपटाहट क्यों है? ये कहीं ना कहीं दिखाता है कि दाल में कुछ काला है या तो पूरी दाल ही काली है.’
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा, ‘कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को सड़क पर इसलिए उतार रही है ताकि जिस मामले में ED ने बुलाया है लोगों का ध्यान उधर से भटकाया जाए. जबकि कांग्रेस के लोगों को बुलाकर सोनिया जी या राहुल गांधी को बताना चाहिए था कि हमें ED ने समन क्यों किया और हमसे क्या पूछताछ की.’
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