नयी दिल्ली, आठ नवंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने कर्नाटक के कांग्रेस विधायक सतीश कृष्ण सेल की 21 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। यह संपत्ति लौह अयस्क के कथित अवैध निर्यात के मामले से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत कुर्क की गई है।
ईडी ने एक बयान में कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत छह नवंबर को एक अनंतिम आदेश जारी किया गया था और कुर्क की गई संपत्तियां सेल से जुड़ी हैं, जो इन संपत्तियों पर श्री मल्लिकार्जुन शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड (एसएमएसपीएल) नामक अपनी गोवा से संचालित कंपनी के माध्यम से स्वामित्व रखते हैं।
उत्तर कन्नड़ की कारवार विधानसभा सीट से 59 वर्षीय विधायक को संघीय जांच एजेंसी ने सितंबर में गिरफ्तार किया था।
बाद में उन्हें चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत मिल गई थी, जिसे ईडी ने शुक्रवार को एक विशेष पीएमएलए अदालत ने रद्द कर दिया है।
कुर्क की गई संपत्तियों में गोवा के मोरमुगाओ के चिकालिम गांव में 12,500 वर्ग मीटर खुली जमीन, दक्षिण गोवा के मोरमुगाओ तालुक में स्थित ‘पेड्रो गैले कोट्टा’ के नाम से जानी जाने वाली 16,850 वर्ग मीटर कृषि संपत्ति और गोवा के वास्को डि गामा में स्थित एक वाणिज्यिक भवन की कई मंजिलें शामिल हैं, जिनका वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 64 करोड़ रुपये है।
ईडी के अनुसार, इन संपत्तियों की ‘बुक वैल्यू’ 21 करोड़ रुपये है।
सेल के खिलाफ मामला उनसे कथित रूप से जुड़ी एक कंपनी द्वारा लौह अयस्क के ‘अवैध’ निर्यात से संबंधित है। ईडी की जांच 2010 में कर्नाटक लोकायुक्त द्वारा दर्ज किए गए एक मामले से शुरू हुई थी, जिसमें बेल्लारी से बेलेकेरी बंदरगाह तक लगभग आठ लाख टन अवैध रूप से ले जाए जा रहे लौह अयस्क का पता चला था।
इस मामले में 13-14 अगस्त को कारवार, गोवा, मुंबई और दिल्ली में छापेमारी की गई थी।
एजेंसी ने एसएमएसपीएल के प्रबंध निदेशक सेल पर बेलेकेरी बंदरगाह पर जब्त किए गए लगभग 1.54 लाख मीट्रिक टन लौह अयस्क चूर्ण को विभिन्न लौह अयस्क आपूर्तिकर्ताओं से खरीदने का आरोप लगाया।
ईडी ने आरोप लगाया, ‘इसके बाद, सतीश कृष्णा सेल ने बंदरगाह संरक्षक के साथ मिलीभगत करके, हांगकांग में एक और कंपनी खोलकर, एमवी कोलंबिया और एमवी मंदारिन हार्वेस्ट जैसे जहाजों के माध्यम से अवैध रूप से प्राप्त जब्त लौह अयस्क को चीन को निर्यात कर दिया।’
भाषा तान्या वैभव
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