नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसने हरियाणा के अंबाला छावनी में तैनात सेना के अधिकारियों और कुछ निजी ठेकेदारों के खिलाफ 2022 में बिछाए गए जाल के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा बरामद की गई 22.48 लाख रुपए ‘‘रिश्वत’’ की राशि ‘अटैच’ की है।
संघीय एजेंसी ने बयान में कहा, ‘‘यह रकम महागौरी इलेक्ट्रिकल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिनेश कुमार और पी जे इंटरप्राइजेज के मालिक प्रवीण जैन ने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) के अधिकारियों सूबेदार मेजर प्रदीप कुमार और लेफ्टिनेंट कर्नल राहुल अरविंद पवार को रिश्वत के तौर पर दी थी।’’
सीबीआई ने इन दोनों को पिछले साल 20 अगस्त को ‘‘सह-आरोपी दिनेश कुमार और अन्य से 22.48 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए अंबाला छावनी से गिरफ्तार किया था।’’
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि अंबाला छावनी में एमईएस के दोनों अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पवार और सूबेदार मेजर कुमार ने अपने आधिकारिक पद की मदद से यह सुनिश्चित किया कि एमईएस अंबाला से जारी किए गए अधिकतर ऑर्डर दिनेश कुमार को मिलें और उन्होंने निजी ठेकेदारों (दिनेश कुमार और प्रवीण जैन) से रिश्वत (कमीशन) के रूप में 22.48 लाख रुपये लिए थे।’’
भाषा सिम्मी रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.