scorecardresearch
Thursday, 6 November, 2025
होमदेशसट्टेबाजी ऐप की PMLA जांच में ED ने सुरेश रैना और शिखर धवन की 11 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच कीं

सट्टेबाजी ऐप की PMLA जांच में ED ने सुरेश रैना और शिखर धवन की 11 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच कीं

ईडी प्रवक्ता ने बताया कि रैना के नाम पर 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड निवेश और धवन के नाम पर 4.5 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्ति जब्त की गई है.

Text Size:

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को 1XBet बेटिंग एप्लिकेशन के संचालन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेटरों सुरेश रैना और शिखर धवन की 11 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां अटैच कर दीं.

अस्थायी अटैचमेंट आदेश में, ED ने रैना के 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड अटैच किए, जबकि धवन की 4.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति पर भी इसी तरह की कार्रवाई की गई.

मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत, यदि ED को “विश्वास करने के कारण” मिलते हैं कि कोई संपत्ति अपराध से उत्पन्न हुई है, तो वह उसे अटैच कर सकता है. एजेंसी को संपत्ति अपने कब्जे में लेने के लिए, PMLA की एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी को अस्थायी अटैचमेंट आदेश जारी होने के 180 दिनों के भीतर इसकी पुष्टि करनी होती है.

एजेंसी इससे पहले जांच के दौरान रैना और धवन के बयान दर्ज कर चुकी है. इनके अलावा युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा से भी इस बेटिंग ऐप को प्रमोट करने में उनकी भूमिका को लेकर पूछताछ की गई थी.

जांच का विवरण देते हुए ED के एक प्रवक्ता ने कहा कि रैना और धवन दोनों ने “विदेशी संस्थाओं के साथ समझौते करके 1xBet को उसके सरोगेट्स के माध्यम से प्रमोट किया.”

प्रवक्ता के अनुसार, 1XBet और उसके सरोगेट ब्रांड, जैसे 1XBAT स्पोर्टिंग लाइन्स, पूरे भारत में अवैध ऑनलाइन बेटिंग और जुआ संचालन को बढ़ावा देते थे और उसे सक्षम बनाते थे.

“इन एंडोर्समेंट्स के बदले में भुगतान विदेशी संस्थाओं के जरिए किए गए, जिससे इन फंड्स की अवैध उत्पत्ति—जो अवैध बेटिंग गतिविधियों से प्राप्त अपराध की कमाई से जुड़ी है—को छिपाया जा सके.”

ED का अनुमान है कि इन एप्लिकेशनों के संचालन से 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की रकम मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए घुमाई गई.

प्रवक्ता ने कहा, “जांच से पता चला है कि 1xBet भारत में बिना अनुमति के संचालित हुआ और सरोगेट ब्रांडिंग व विज्ञापनों के जरिए सोशल मीडिया, ऑनलाइन वीडियो और प्रिंट मीडिया के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाया. एंडोर्समेंट के लिए किए गए भुगतान विदेशी मध्यस्थों का उपयोग करते हुए लेयर किए गए लेनदेन के माध्यम से संरचित थे, ताकि फंड्स के अवैध स्रोत को छिपाया जा सके.”

एजेंसी ने पाया कि 1xBet के संचालन से जुड़े प्रमोटरों और व्यक्तियों ने कथित तौर पर 6,000 से अधिक ‘म्यूल अकाउंट्स’ का इस्तेमाल जमा राशि के लिए किया, और अंतिम उपयोगकर्ताओं द्वारा की गई ये जमा राशि वास्तविक स्रोत छिपाने के लिए कई पेमेंट गेटवे के जरिए घुमाई गईं.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: फ्रंट बेंचर से बिहार के ‘X फैक्टर’ तक: कैसे रहा ‘टू-टू भाई’ प्रशांत किशोर का सफर


 

share & View comments