नयी दिल्ली/मुंबई, पांच अप्रैल (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ई़डी) ने कुछ भूमि सौदों से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राउत ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई प्रतिशोध के तहत की गई है और उनके खिलाफ ईडी के दावे विफल हो जाएंगे। वह भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते रहे हैं।
ईडी ने एक बयान में कहा कि कुर्क की गई संपत्तियां पालघर और ठाणे में भूखंड के रूप में हैं, जिनपर गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण एम राउत का कब्जा है। इसके अलावा मुंबई के दादर में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का एक फ्लैट है और अलीबाग के किहिम बीच पर आठ भूखंड हैं जो वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर की संयुक्त मिल्कियत है। स्वप्ना पाटकर सुजीत पाटकर की पत्नी हैं।
ईडी के मुताबिक, सुजीत पाटकर शिवसेना के राज्यसभा सदस्य और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं।
एजेंसी ने पाया कि अलीबाग में भूमि सौदे में, पंजीकृत मूल्य के अलावा, विक्रेताओं को ‘नकद’ भुगतान भी किया गया था। इसमें कहा गया है कि कुर्क की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 11,15,56,573 रुपये है।
ईडी की कार्रवाई मुंबई की ‘चॉल’ के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और इसी तरह के अन्य घटनाओं से संबंधित है। शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कई नेताओं को भी केंद्रीय एजेंसी की जांच का सामना करना पड़ रहा है।
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार है जिसमें शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल है।
संजय राउत ने मंगलवार को उनकी संपत्ति कुर्क करने की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को “मध्यम वर्गीय मराठी मानुष’ पर हमला करार दिया और कहा कि वह इस तरह के कदमों से नहीं डरेंगे तथा उन पर दबाव बनाने के लिए की गई किसी भी कार्रवाई का विरोध करेंगे।
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने बताया कि ईडी की कार्रवाई ऐसे दिन हुई जब मुंबई पुलिस ने केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया।
एमवीए सरकार ने भी केंद्र पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राउत के खिलाफ कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित है।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की एमवीए सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मंत्री ने कहा, ”यह साफ तौर पर राजनीतिक प्रतिशोध है। बिना किसी जांच और उन्हें (राउत) कोई नोटिस जारी किए बिना ही कार्रवाई की गई। यह दर्शाता है कि केंद्र किस तरह कार्य कर रहा है।”
वालसे पाटिल ने मुंबई में कहा, ‘एमवीए सरकार को अस्थिर करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सरकार स्थिर है और कोई खतरा नहीं है। यह अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।’
प्रवीण राउत को ईडी ने फरवरी में मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा ‘चॉल’ के पुनर्विकास से संबंधित 1,034 करोड़ रुपये के कथित भूमि घोटाले से जुड़ी धनशोधन जांच के तहत गिरफ्तार किया था। वह इस समय न्यायिक हिरासत में है।
ईडी ने पहले बताया था कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड इस ‘चॉल’ के पुनर्विकास में शामिल था, जिसमें महाराष्ट्र आवास क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) से संबंधित 47 एकड़ भूमि पर बने घरों में 672 किरायेदार थे।
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) की सहायक कंपनी है।
एचडीआईएल पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक में लगभग 4,300 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के संबंध में ईडी और कुछ अन्य एजेंसियों की जांच का सामना कर रही है।
ईडी ने कहा कि कंपनी (गुरु आशीष) ने चॉल पुनर्विकास के लिए किरायेदारों और म्हाडा के साथ ‘त्रिपक्षीय समझौता’ किया था।
ईडी ने कहा कि समझौते के अनुसार, , डेवलपर को 672 किरायेदारों को फ्लैट प्रदान करने थे और म्हाडा के लिए फ्लैट विकसित करने थे और उसके बाद शेष क्षेत्र को डेवलपर द्वारा बेचा जाना था।
उसने कहा कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के निदेशकों ने म्हाडा को गुमराह किया और नौ डेवलपर्स को एफएसआई (फ्लोर स्पेस इंडेक्स) बेच दिया और 901.79 करोड़ रुपये हासिल किए और 672 विस्थापित किरायेदारों और म्हाडा के लिए फ्लैट नहीं बनाए।
एजेंसी का आरोप है कि 2010 के दौरान, संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को अपराध से हासिल पैसे में से 83 लाख रुपये प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मिले।
ईडी ने आरोप लगाया कि इस राशि क इस्तेमाल वर्षा राउत ने दादर में फ्लैट खरीदने के लिए किया।
उसने यह भी बताया कि ईडी की जांच शुरू होने के बाद वर्षा राउत ने 55 लाख रुपये की राशि माधुरी राउत को वापस कर दी थी तथा कई अन्य लेनदेन भी हुए हैं।
एजेंसी ने पिछले साल संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से पीएमसी बैंक धोखाधड़ी मामले से जुड़े धन शोधन के एक अन्य मामले और प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी के साथ उनके कथित संबंधों को लोकर पूछताछ की थी।
जांच में पाया गया कि वर्षा संजय राउत और माधुरी राउत ‘अवनी कंस्ट्रक्शन में साझेदार हैं।’
भाषा
नोमान नरेश
नरेश
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