नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल के कोझिकोड हवाई अड्डे से पीएफआई के एक सदस्य को तब गिरफ्तार किया जब वह ‘‘देश से भागने की कोशिश कर रहा था।’’ एजेंसी ‘‘राष्ट्र-विरोधी’’ गतिविधियों के लिए विदेशी धन जुटाने से जुड़े धनशोधन मामले में उसके खिलाफ जांच कर रही है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को दी।
हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने 9 मार्च को मलप्पुरम में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की पेरुम्पडप्पू इकाई के मंडल अध्यक्ष अब्दुल रज्जाक बीपी को रोका था। अधिकारियों ने यह कार्रवाई उसके खिलाफ जारी प्रवर्तन निदेशालय के लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) पर की थी।
एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि अगले दिन, एजेंसी ने उसे लखनऊ में एक विशेष धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष पेश किया, जिसने उसे सात दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।
जांच एजेंसी ने पिछले साल दिसंबर में रज्जाक और अन्य से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी और ‘‘आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे।’’
ईडी ने रज्जाक पर ‘पीएफआई की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए विदेशों से और साथ ही देश के भीतर धन जुटाने’ का आरोप लगाया है।
पीएफआई ने गिरफ्तारी को ‘‘अवैध और गलत उद्देश्य से प्रेरित’’ कहा है। पीएफआई के केरल प्रदेश अध्यक्ष सी पी मोहम्मद बशीर ने कहा, ‘‘पूछताछ और जांच में सहयोग करने के लिए पांच दिनों तक ईडी के सामने पेश होने के बाद भी, अधिकारियों ने गलत मंशा से एलओसी जारी किया और उसके खिलाफ जांच पूरी होने के बाद एलओसी को वापस नहीं लिया।’’
बशीर ने कहा, ‘‘ईडी अधिकारियों ने जानबूझकर उसे गिरफ्तार करने को लेकर उसे बलि का बकरा बनाने के लिए गलत सूचना दी। ईडी का भ्रामक कार्य अत्यधिक निंदनीय है और ईडी के तौर-तरीकों को प्रतिबिंबित करता है।’’
दिसंबर की छापेमारी के बाद, ईडी ने एक बयान जारी करके कहा था कि जब्त किए गए दस्तावेज उस ‘मुन्नार विला विस्टा परियोजना सहित केरल में विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से पीएफआई की धनशोधन गतिविधियों के बारे में संकेत देते हैं, जिसका निर्माण पीएफआई नेताओं द्वारा भारत और विदेशों से उत्पन्न अपराध की आय के शोधन के लिए किया जा रहा है।’’
भाषा अमित उमा
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