वाशिंगटन, 22 अप्रैल (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फेडएक्स और मास्टरकार्ड जैसी बड़ी अमेरिकी कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों से बृहस्पतिवार को यहां मुलाकात की। उन्होंने इन अधिकारियों से भारत में निवेश के विभिन्न अवसरों के बारे में चर्चा की।
सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्वबैंक की सालाना बैठक में शामिल होने के लिए यहां आई हुई हैं।
वित्त मंत्री के साथ बैठक में फेडएक्स के अध्यक्ष एवं नवनिर्वाचित मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राज सुब्रमण्यम ने कहा कि वह भारत को लेकर सकारात्मक रुख रखते हैं और उनके पास महत्वपूर्ण विस्तार योजनाएं हैं। उन्होंने पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान जैसी योजनाओं के जरिए सरकार की एकीकृत विकास की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि कंपनी भारत में अनुसंधान एवं विकास केंद्र बनाना चाहती है।
सीतारमण ने एक्सेंचर की अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जूली स्वीट से भी मुलाकात की। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘एक्सेंचर की अध्यक्ष जूली स्वीट ने भारत सरकार के अग्रसक्रिय रुख और पारदर्शी तौर-तरीकों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एक्सेंचर भारत के द्वितीय श्रेणी के और शहरों में मौजूदगी दर्ज करवा रहा है और उभरते अवसरों के लिए लोगों को कुशल बना रहा है। स्वीट ने यह भी बताया कि भारत में उनके कार्यबल में 47 फीसदी महिलाएं हैं।’’
मंत्रालय ने ट्वीट में कहा, ‘‘वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मास्टर कार्ड के सीईओ मीबैक माइकल से पूछा कि भारत के वित्तीय समावेश के कार्यक्रम से मिले सबक दुनिया के लिए समाधान देने में किस तरह उपयोग में लाए जा सकते हैं।’’
मास्टरकार्ड की ओर से वित्त मंत्री को भारत में बड़े डेटा सेंटरों की स्थापना की योजना के बारे में जानकारी दी गई। छोटे व्यवसायों के प्रशिक्षण और डिजिटलीकरण पर कंपनी द्वारा ध्यान दिये जाने के बारे में भी सूचित किया गया।
वित्त मंत्री ने डेलॉइट के वैश्विक सीईओ पुनीत रंजन से भी मुलाकात की। रंजन ने बताया कि डेलॉइट कोयंबटूर और भुवनेश्वर जैसे छोटे शहरों में अपने परिचालन का विस्तार कर रहा है।
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