नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) वित्त मुहैया कराने वाली कंपनी श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस दोपहिया वाहन की मांग में आई कमी के बीच चालू वित्त वर्ष में प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) में 18 फीसदी वृद्धि का लक्ष्य पाने के लिए व्यक्तिगत ऋण, स्वर्ण ऋण एवं छोटे व्यवसायों को ऋण देने पर ध्यान देगी।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वाई एस चक्रवर्ती ने कहा कि ग्रामीण और अर्द्ध शहरी इलाकों में मांग अब बेहतर है लेकिन अर्थव्यवस्था में मांग ने अभी पूरा जोर नहीं पकड़ा है।
उन्होंने कहा कि कंपनी का व्यवसाय अर्द्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों पर निर्भर करता है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अगर कुछ अच्छा होता है तो इससे कंपनी के व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा।
चक्रवर्ती ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘हमारा ध्यान व्यक्तिगत कर्ज, सोने के बदले कर्ज और छोटे व्यवसायों को कर्ज देने पर होगा। आर्थिक पुनरुद्धार की बात करें तो हम अभी पूरी तरह से उबरे नहीं हैं, शहरी इलाके अभी भी संघर्ष कर रहे हैं हालांकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कुछ हद तक सुधार आया है। इसका एक कारण पैदावार अच्छी होना है, वहीं इस साल भी अच्छी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।’’
चक्रवर्ती ने कहा कि कंपनी के लिए मोटे तौर पर मांग अच्छी है हालांकि दो पहिया वाहना श्रेणी में फाइनेंस की मांग कई कारणों से कम है। इनमें से एक कारण यह है कि आज एक दोपहिया वाहन लेने पर लगभग एक लाख रुपये का खर्च आता है। वहीं पेट्रोल की कीमतें बढ़ने का भी इस मांग पर असर पड़ा है।
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