नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बुधवार को कहा कि वह एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) संगठनों के लघु उद्यमों के वर्गीकरण के लिये कारोबार सीमा बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये करने के सुझाव को प्रधानमंत्री और वित्त मंत्रालय के समक्ष रखेंगे।
एमएसएमई के मौजूदा वर्गीकरण के तहत संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में 10 करोड़ रुपये तक के निवेश की सीमा वाली इकाई को लघु उद्यम की श्रेणी में रखा जाता है। इन इकाइयों के लिये कारोबार की सीमा फिलहाल 50 करोड़ रुपये से कम है।
सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम मंत्री ने लघु इकाइयों के लिये कारोबार सीमा 50 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये करने के सुझाव का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं इस सुझाव को प्रधानमंत्री और वित्त मंत्रालय के समक्ष रखूंगा।’’
उन्होंने कहा कि एमएसएएमई का निर्यात में 50 प्रतिशत और देश के सकल घरेलू उत्पाद में 30 प्रतिशत का योगदान है। हम क्षेत्र से निर्यात बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
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रमण अजय
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