मुंबई, 11 मई (भाषा) अमेरिकी मुद्रा के अपने 20 वर्ष के उच्चतम स्तर से नीचे आने और बांड आय के तीन प्रतिशत से कम होने के कारण बुधवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया नौ पैसे चढ़कर 77.25 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले अधिकांश मुद्राओं में अपरिवर्तित रुख के साथ कारोबार हो रहा है। इस बीच वायदा बाजार में भारतीय रिजर्व बैंक के संदिग्ध हस्तक्षेप किये जाने से रुपये को समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.24 के भाव पर खुला और कारोबार के दौरान यह 77.17 से 77.31 प्रति डॉलर के बीच घूमने के बाद अंत में नौ पैसे की तेजी के साथ 77.25 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी दिवस रुपया 77.34 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा एवं सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘इस सप्ताह की शुरुआत में नए सर्वकालिक निचले स्तर पर गिरने के बाद रुपया एक सीमित दायरे में ‘मजबूत’ हुआ है। घरेलू मोर्चे पर बाजार प्रतिभागियों को बृहस्पतिवार को जारी होने वाली मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले सतर्कता बरतते देखा गया।’’
सोमैया ने कहा, ‘‘ मुद्रास्फीति का आंकड़ा सात प्रतिशत से अधिक हो सकता है।’’
डॉलर सूचकांक 20 वर्ष के उच्चतम स्तर 104.49 प्रतिशत से नीचे रहा। छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.51 रह गया।
इस बीच, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 276.46 अंक टूटकर 54,088.39 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 3.26 प्रतिशत की तेजी के साथ 105.80 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 3,960.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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