नयी दिल्ली, पांच मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को गेहूं की आपूर्ति, भंडार और निर्यात की स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने गुणवत्ता मानदंडों और मानकों को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए, ताकि भारत को खाद्यान्न और अन्य कृषि उत्पादों के एक पक्के स्रोत के रूप में विकसित किया जा सके।
मोदी ने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा से लौटने के कुछ घंटे बाद यह महत्वपूर्ण बैठक की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि मोदी ने गेहूं की आपूर्ति, भंडार और निर्यात के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा के लिए एक बैठक की।
बयान में कहा गया कि उन्हें मार्च-अप्रैल 2022 के महीनों में फसल उत्पादन पर गर्मी के प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही गेहूं की खरीद और निर्यात की समीक्षा की गई।
भारत के कृषि उत्पादों की बढ़ती मांग के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि गुणवत्ता मानदंडों और मानकों को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाएं। उन्होंने भारत को खाद्यान्न और अन्य कृषि उत्पादों के पक्के स्रोत के रूप में विकसित करने का आह्वान भी किया।
मोदी ने अधिकारियों से किसानों को अधिकतम मदद पहुंचाने के लिए भी कहा।
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री को मौजूदा बाजार दरों के बारे में भी बताया गया, जो किसानों के लिए फायदेमंद हैं।
बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, सलाहकार, कैबिनेट सचिव, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग तथा कृषि विभाग के सचिव शामिल हुए।
भाषा पाण्डेय रमण
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