नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) जनवरी-मार्च तिमाही में विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) सौदे 60 प्रतिशत बढ़कर 19.6 अरब अमेरिकी डॉलर के हो गए, जबकि निजी इक्विटी (पीई) में मामूली गिरावट हुई। पीडब्ल्यूसी इंडिया की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
पीडब्ल्यूसी इंडिया की रिपोर्ट ‘सौदों की एक झलक’ के मुताबिक, वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 25.6 अरब डॉलर घोषित मूल्य के 455 सौदे हुए जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले मूल्य के लिहाज से 24 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार इस आंकड़े से 2023 में आई गिरावट के बाद बदलाव का संकेत मिलता है।
रिपोर्ट में कहा गया कि समीक्षाधीन अवधि में 143 घरेलू विलय एवं अधिग्रहण सौदे हुए, जिनमें सबसे बड़ा सौदा 4.5 अरब अमेरिकी डॉलर का था।
क्षेत्रवार बात करें तो पारंपरिक क्षेत्रों ने बढ़त हासिल की और महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित किया।
मूल्य के लिहाज से मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र सबसे आगे रहा। वहीं खुदरा और उपभोक्ता क्षेत्र सौदे की संख्या के लिहाज से आगे रहे।
पीडब्ल्यूसी इंडिया में साझेदार और प्रमुख (सौदे) दिनेश अरोड़ा ने कहा कि अवसरों से भरपूर परिदृश्य के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था उम्मीद की किरण के रूप में उभरी है।
उन्होंने कहा कि 2024 की पहली तिमाही के आंकड़े पिछली छह तिमाहियों में सबसे अच्छे हैं। इससे रणनीतिक विस्तार और बाजार में प्रभुत्व हासिल करने की इच्छा का पता चलता है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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