नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने मंगलवार को जर्मनी की ऊर्जा कंपनियों को भारत में निवेश के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि देश नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिये आकर्षक स्थान है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने एक बयान में कहा, ‘‘केंद्रीय बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने जर्मनी की प्रमुख ऊर्जा कंपनियों के साथ उनकी विस्तार योजनाओं पर मंगलवार को ‘ऑनलाइन’ गोलमेज बैठक की।’’
बैठक में केंद्रीय बिजली सचिव आलोक कुमार, एमएनआरई में संयुक्त सचिव वंदना कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
सिंह ने कहा कि भारत नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश के लिये आकर्षक स्थल के रूप में उभरा है। बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता मामले में भारत पहले से दुनिया के गिने-चुने देश में है और क्षमता वृद्धि मामले में वृद्धि दर सबसे तेज है।
सिंह ने कहा कि भारत स्वयं के उपयोग के साथ-साथ वैश्विक मांग को पूरा करने के लिये बैटरी भंडारण, हरित हाइड्रोजन और हरित अमोनिया में सबसे बड़ी क्षमता सृजित करेगा।
उन्होंने जर्मनी की कंपनियों से कहा कि भारत दुनिया में हरित हाइड्रोजन का सबसे बड़ा उत्पादक बनेगा। ‘‘हम हरित हाइड्रोजन काफी प्रतिस्पर्धी मूल्य पर बनाएंगे।’’
सिंह ने यह भी कहा कि सरकार की अपतटीय पवन ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण अवसर सृजित करने की योजना है। ‘‘हमने अपतटीय पवन ऊर्जा क्षेत्र में 30,000 मेगावॉट क्षमता की योजना बनायी है।’’
मंत्री ने उच्च दक्षता वाले सौर सेल और मॉड्यूल बनाने के लिये जर्मनी की कंपनियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत 50,000 मेगावॉट क्षमता सृजित करने जा रहा है और निवेश के कई अवसर होंगे।
भाषा
रमण अजय
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